सीआरपीएफ 231वीं बटालियन के समक्ष वारंटी माओवादी ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा। विनय कुमार सिंह , पुलिस उप महानिरीक्षक (परि) सी.आर.पी.एफ, दंतेवाड़ा, सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231 बटालियन सी.आर.पी.एफ के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे है “बस्तर के वास्ते अमन के रास्ते“ नक्सल विरोधी अभियान के तहत शासन की पुनर्वास नीति और नक्सलियों पर बढ़ते दबाव के चलते एक वारन्टी नक्सली सदस्य ने कल सी.आर.पी.एफ की 231वीं बटालियन के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
भैरमगढ़ एरिया कमेटी के तोयनार पंचायत अंतर्गत ग्राम तडकेल मिलिशिया सदय कुम्मा उर्फ कूटा उरसा पिता लख्खू उरसा उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मूरिया निवासी तडकेल थाना मिरतुर जिला बीजापुर माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर “बस्तर के वास्ते अमन के रास्ते” एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त करते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक (परि) सीआरपीएफ विनय कुमार सिंह , पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.), सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेट 231 बटालियन सीआरपीएफ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा राजेन्द्र जायसवाल (रा.पु.से.), जयन पी. सैमुअल द्वितीय कमाण्ड अधिकारी 231 सीआरपीएफ एवं उप पुलिस अधीक्षक सुश्री आशा रानी ( रा.पु.से. ) के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पित माओवादी कुम्मा उर्फ कूटा उरसा इन घटनाओं में शामिल था- वर्ष 2012 में नक्सली बंद के दौरान ग्राम केतुलनार से पिनकोण्डा जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम पिनकोण्डा के पास निर्मित पुलिया को तोडफोड कर क्षतिग्रस्त करने की घटना में शामिल था। इसके अलावा थाना मिरतुर के अप 0 क्र.-01 / 2015 धारा 302,34,201 भादवि पंजीबद्ध है।

 

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