मुंबई: महाराष्ट्र के सांगली जिले में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने चार साधुओं पर कथित रूप से हमला कर दिया। अब इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने DGP से अपडेट मांगा है। बता दें कि घटना के बाद बुधवार को पुलिस ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए 18 से 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पुलिस ने मंगलवार को सांगली की जाठ तहसील के निकट हुई इस घटना के संबंध में अब तक छह लोगों को हिरासत में लिया है।
डिप्टी सीएम के कार्यालय ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने रूस से फोन पर डीजीपी से बात की और उनसे सांगली की घटना के मामले में विस्तृत जांच के लिए कहा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग लाठियों से साधुओं को पीटते दिख रहे हैं। उमाडी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक पंकज पवार ने कहा, “साधुओं ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। लेकिन हमने स्वत: संज्ञान लेते हुए 18 से 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से छह लोगों की पहचान करके उन्हें हिरासत में लिया गया है।
” उन्होंने कहा कि चारों साधु एक वाहन से सोलापुर जिले के पंढरपुर जा रहे थे। देवेंद्र फडणवीस की बात करें तो वह इस समय रूस में हैं। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार तड़के पांच दिवसीय रूस दौरे पर रवाना हुए थे। वह मास्को में अनुभवी समाज सुधारक और लेखक अन्नाभाऊ साठे की एक प्रतिमा का अनावरण करेंगे, इसके अलावा वे मास्को में भारतीय दूतावास को साठे की एक तस्वीर भी समर्पित करेंगे। फडणवीस के साथ दौरे पर स्पीकर राहुल नार्वेकर भी हैं। 1 अगस्त 1920 को सांगली जिले के वाटेगांव गांव में एक दलित समुदाय में जन्मे साठे ने उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। बचपन से ही उन्होंने शोषितों और गरीबों के खिलाफ सामाजिक-आर्थिक पूर्वाग्रहों और अत्याचारों को देखा और अनुभव किया था। वे मार्क्सवाद और बाद में अम्बेडकरवाद से बहुत प्रभावित थे।