भारत की तारीफ में जब रूस ने पढ़े कसीदे, अचानक से तनाव में आया चीन

Russia On India China US: भारत का सबसे अच्छा दोस्त रूस है, यह बात उसने कई बार साबित की है लेकिन यूक्रेन से लड़ाई शुरू होने के बाद भारत और रूस के रिश्तो में एक नई गठजोड़ देखने को मिली है. रूस पर कई तरह की पाबंदियों लगने के बाद भी भारत जमकर उससे सस्ता तेल खरीद रहा है. इसके अलावा S-400 जैसे हथियारों की डील भी चल रही है. रूस ने वैश्विक मंचों पर कई बार भारत की खुलकर तारीफ की है. हालांकि, रूस के रिश्ते चीन के साथ काफी ज्यादा अच्छे हुए हैं. इस बीच रूस ने चीन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है.

पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों की मार झेल रहे रूस को भारत, चीन और पाकिस्तान जैसे कुछ देशों को सहारा मिला है. रूस के उप राजदूत रोमन बाबुश्किन के मुताबिक भारत और रूस का आपसी सहयोग बराबर का है और यह पहले भी रहा है. बाबुश्किन ने आगे कहा कि भारत और रूस की सोच इस मामले में एक तरह की है, दोनों देश एक बहुध्रुव‍ीय विश्‍व प्रणाली बनाने की इच्छा रखते हैं. यह एक ऐसी प्रणाली है जहां सभी के साथ बराबरी का और न्‍यायपूर्ण व्‍यवहार हो. ब्रिक्‍स, संयुक्‍त राष्‍ट्र और एससीओ में दोनों मु्ल्क एक दूसरे का सहयोग करते हैं.

रोमन बाबुश्किन ने भारत को लेकर यहां तक कह दिया कि दोनों देशों के रिश्ते बाकियों के लिए एक उदाहरण बन सकते हैं. रूस की विदेश नीति में भारत प्राथमिकता पर रहता है. रोमन बाबुश्किन जी-20 सम्‍मेलन में ग्‍लोबल साउथ का जिक्र करते हुए, कहते हैं कि इस विषय पर भारत एक बड़ी भूमिका निभा सकता है.

भारत की बहुमुखी विदेश नीति की तारीफ करते हुए रोमन बाबुश्किन ने कहा कि भारत एक जिम्मेदार महाशक्ति है. इसके बाद बाबुश्किन ने चीन का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी यही इच्छा है कि दोनों देशों के रिश्ते में स्थायी सहयोग फिर से कायम हो. भारत में आयोजित होने वाले जी-20 सम्‍मेलन में पश्चिमी देश यूक्रेन संकट का मुद्दा उठाना चाहते हैं. भारत के संग रूस की बढ़ती करीबी कहीं न कहीं चीन को टेंशन में डाल रही है. विदेशी नीति के विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वक्त में सीमा विवाद पर चीन के खिलाफ भारत को अगर रूस का समर्थन मिलता है तो चीन पर तनाव और बढ़ेगा.

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