वॉशिंगटन. व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका की भारत के साथ ‘महत्वपूर्ण’ रक्षा साझेदारी है और क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद समूह) में ‘बेहतरीन सहयोग’ है. व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सामरिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आगामी यात्रा से पहले सोमवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही.
उन्होंने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री मोदी के यहां आने को लेकर उत्साहित हैं.’ एक सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा, “जैसा कि आप जानते हैं, अमेरिका की भारत के साथ एक महत्वपूर्ण रक्षा साझेदारी है और ‘क्वाड’ में, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के साथ बेहतरीन सहयोग है … हम (मोदी की) यात्रा के लिए उत्सुक हैं.” क्वाड में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे. इस दौरान, वह कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे. उनकी इस यात्रा में 22 जून को राजकीय रात्रिभोज भी शामिल होगा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा के दोनों देशों के संबंधों के लिए निर्णायक होने की संभावना है और दोनों पक्ष ऐसे मजबूत परिणामी दस्तावेज पर काम कर रहे हैं जिनमें आने वाले दशकों के लिए द्विपक्षीय संबंधों की रूपरेखा तय करने वाले मामले शामिल हो सकते हैं. ऐतिहासिक यात्रा के लिए इस सप्ताह दोनों देशों की राजधानियों में तैयारियों के जोर पकड़ने की उम्मीद है.
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के साथ दूसरे दौर की आईसीईटी वार्ता के लिए नई दिल्ली जा रहे हैं. बाइडन और मोदी ने मई 2022 में महत्वपूर्ण एवं उभरती हुई प्रौद्योगिकी (आईसीईटी) संबंधी अमेरिका-भारत पहल की घोषणा की थी. इसका मकसद दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और शिक्षण संस्थानों के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी और रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाना और विस्तारित करना था.