लंदन। 14 साल बाद मौजूदा कंजरवेटिव को सत्ता से बेदखल करते हुए लेबर पार्टी के प्रमुख कीर स्टारमर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में ऋषि सुनक की जगह लेने के लिए तैयार हैं. सत्ता में बदलाव के साथ भारत के साथ ब्रिटेन के संबंध में भी बदलाव आएंगे.
मानवाधिकार बैरिस्टर से लेबर पार्टी के नेता बने स्टारमर को 2019 के आम चुनाव में पार्टी के सबसे खराब प्रदर्शन से लेकर सरकार बनाने के कगार तक की किस्मत पलटने का श्रेय दिया जाता है. अपने चुनाव अभियान के दौरान, स्टारमर ने भारत के साथ संबंधों को बढ़ाने का संकेत दिया था और उचित संबंध विकसित करने के महत्व पर जोर दिया था.
स्टारमर के घोषणापत्र में भारत के साथ “नई रणनीतिक” साझेदारी को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता शामिल थी और एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) का संकेत दिया था. उन्होंने विभिन्न मंदिरों के दर्शन करके देश में बढ़ते हिंदू मतदाताओं को लुभाने का दृढ़ प्रयास भी किया. यह दृष्टिकोण पूर्व नेता जेरेमी कॉर्बिन के नेतृत्व में पार्टी के रुख से एक उल्लेखनीय बदलाव था.