कौन है निमिषा प्रिया, जिसे यमन में अगले महीने दी जाएगी फांसी, क्या भारतीय नर्स को मृत्युदंड से बचा पाएगी भारत सरकार?

Who Is Nimisha Priya? केरल की रहने वाली भारतीय नर्स निमिषा प्रिया (Indian Nurse Nimisha Priya) को यमन (Yemen) में मौत की सजा सुनाई गई है। निमिषा प्रिया को कथित तौर पर यमन नागरिक की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई है। यमन में कैद भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को मिली मौत की सजा को वहां के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी (Rashad al-Alimi) ने भी मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद निमिषा को अगले महीने (जनवरी -2025) में फांसी की सजा दी जा सकती है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी इसकी पुष्टि की है। वहीं विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि सरकार इस मामले में हर संभव मदद मुहैया करा रही है।

यमन राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी (Rashad al-Alimi) द्वारा निमिषा प्रिया की फांसी पर मुहर लगाने के बाद भारतीय नर्स एक बार फिर से ट्रेंड में आ गई है। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर लोग निमिषा प्रिया के किए जुर्म और उसकी प्रोफाइल को खंगाल रहे हैं। ऐसे में हम आपको निमिषा प्रिया से जुड़ी हर जानकारी को यहां साझा कर रहे हैं।

कौन हैं निमिषा प्रिया और क्यों यमन में सुनाई गई मौत की सजा?
भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को एक यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी के मर्डर का दोष ठहराया गया है। उसकी मौत नशीले इंजेक्शन की ओवरडोज से हुई थी। केरल के पल्लकड़ जिले की रहने वाली निमिषा 16 साल पहले यमन गई थीं। उनका परिवार दिहाड़ी मजदूरी करता था इसलिए उन्होंने घरवालों की वित्तीय मदद के लिए यमन जाने का फैसला किया। यहां उन्होंने 2008 से 2014 के बीच यमन के अलग-अलग अस्पतालों में नर्स के तौर पर काम किया। इसके बाद उन्होंने अपना क्लीनिक खोलने का फैसला किया। यमन का कानून कहता है कि देश में कोई भी बिजनेस शुरू करने के लिए किसी यमनी नागरिक का पार्टनर होना जरूरी है इसलिए निमिषा क्लीनिक के लिए कोई पार्टनर ढूंढ रही थीं। इसी दौरान निमिषा प्रिया की मुलाकात यमन नागरिक तलाल महदी से हुई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तलाल उन्हें 2015 में उनकी केरल यात्रा के दौरान मिले थे और उनकी मुलाकात निमिषा के पति टॉमी थॉमस से भी हुई थी। तलाल उनके घर पर भी रुके थे। फिर निमिषा यमन वापस आ गईं और उन्होंने तलाल के साथ क्लीनिक शुरू किया। क्लीनिक की मालकिन निमिषा थीं, लेकिन इसमें उनका शेयर सिर्फ 33 पर्सेंट और महदी का 67 पर्सेंट था। परेशानी तब शुरू हुई जब तलाल महदी ने निमिषा प्रिया को क्लीनिक की इनकम का शेयर देना बंद कर दिया। निमिषा के पति और बेटी भी यमन आने का प्लान कर रहे थे, लेकिन सिविल वॉर की वजह से वे नहीं आ सके। इसे लेकर निमिषा और तलाल के बीच विवाद हो गया।

निमिषा का आरोप है कि तलाल महदी ने उनकी वेडिंग फोटोग्राफ को कट करके अपनी फोटो जोड़ दी। इससे ऐसा लगे कि तलाल की शादी निमिषा से हुई है। तलाल ने अपने परिवार और क्लीनिक स्टाफ को भी यही बताया कि उन दोनों की शादी हो गई है। निमिषा ने महदी की शिकायत भी की, लेकिन उसने नकली दस्तावेज पेश किए, जिन्हें कोर्ट ने भी स्वीकार कर लिया। निमिषा का आरोप है कि तलाल महदी ने कई बार उनका शारीरिक शोषण भी किया। निमिषा की शिकायत और ड्रग एडिक्शन की वजह से पुलिस ने तलाल को अरेस्ट कर लिया।

पासपोर्ट वापस लेने दिए थे बेहोशी का इंजेक्शन

जानकारी के मुताबिक, जब महदी जेल से वापस आया तो उसने निमिषा का पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया। पासपोर्ट को महदी से वापस पाने के लिए निमिषा ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाया। हालांकि बेहोशी के इंजेक्शन का डोज ओवरडोज में बदल गया, और महदी की मौत हो गई। इसके बाद निमिषा ने अपनी कलीग हनान के साथ मिलकर महदी के शरीर के टुकड़े कर डाले और उसकी शरीर को पानी के टैंक में फेंक दिया। बता दें कि हनान यमनी नागरिक है। इस मामले में साल 2018 में निमिषा को मौत की सजा सुनाई गई थी, जबकि हनान को आजीवन कैद हुई थी। निमिषा का एक 8 साल का बेटा भी है। निमिषा साल 2018 से ही यमन के सना में काम कर रही है।

एक साल तक चले सुनवाई के बाद कोर्ट ने सुनाई मौत की सजा

घटना के बाद यमन पुलिस ने निमिषा प्रिया को गिरफ्तार कर लिया। एक साल तक चले सुनवाई के बाद कोर्ट ने मामले में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई। निमिषा की मां प्रेमा कुमारी ने निचली अदालत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी। हालांकि उनकी याचिका खारिज कर दी गई। इसके बाद प्रिया के परिवार के पास आखिरी विकल्प के तौर पर ब्लड मनी और राष्ट्रपति से गुहार का विकल्प बचा था। पीड़ित परिवार के साथ ब्लड मनी पर बातचीत करने की कोशिश की गई। इस पर काफी बात भी चली, लेकिन ये सफल न हो सकी।

जानिए क्या है ब्लड मनी?

अरब देशों समेत यमन में एक व्यवस्था सालों से चली जा रही है जिसे ‘ब्लड मनी’ कहा जाता है। दरअसल इस शब्द का आशय उस पैसे से है जो मृतक के परिवार को दी जाती है, जिससे दोषी की जान बचाई जा सकती है। एक तरीके से यह मुआवजे की मोटी रकम होती है जो मृतक के परिजनों को हर्जाने के रूप में दिया जाता है। इसके मुताबिक अगर मरने वाले व्यक्ति के परिजन चाहे तो हत्यारे से समझौता करके कुछ पैसे लेकर उसे माफी दे सकते हैं। ऐसी भी खबरें आई थीं कि महदी के परिजनों ने निमिषा के परिजनों से ब्लड मनी के तौर पर 5 करोड़ यमनी रियाल मांगे थे। यानी भारतीय मुद्रा में यह राशि 1.52 करोड़ रुपये होती है।

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