कौन थीं आजाद भारत की पहली महिला केंद्रीय मंत्री? यहां से की थी पढ़ाई और फिर बनवाया AIIMS

 

First Female Cabinet Minister of India: भारत में पहले बडे़-बड़े नेता हुए भारत का विकास किया आपने बहुत नेताओं के नाम सुने होंगे. क्या आप जानते हैं कि आजाद भारत की पहली महिला कैबिनेट मंत्री कौन थीं और उन्होंने देश को क्या दिया. सबसे पहले उन्हें कौन सा मंत्रालय मिला था. तो आज हम आपको ऐसी ही सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं. आजाद भारत की पहली महिला कैबिनेट मंत्री राजकुमारी अमृत कौर (Rajkumari Amrit Kaur) थीं.

अमृत कौर का जन्म 2 फरवरी 1889 को कपूरथला के शाही परिवार में हुआ था. वही पढ़ी लिखी थीं. उनकी शुरुआती पढ़ाई ब्रिटेन के डोरसेट में शेरबोर्न स्कूल में हुई. वहीं इससे आगे की पढ़ाई उन्होंने लंदन और ऑक्सफर्ड से की थी. पढ़ाई पूरी करने के बाद 1909 में वह पंजाब में अपने घर वापस लौटीं. स्कूल से ही बच्चों को और मजबूत और डिसिप्लेन्ड बनाने के लिए उन्होंने स्कूली बच्चों के लिए खेलों की शुरुआत कराई और बाद में नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया की स्थापना कर दी. इसके बाद इसे आकार देना शुरू कर दिया.

पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वह घर वापस लौटी थीं तो वह महात्मा गांधी से काफी प्रभावित थीं और 1919 में उन्हें बापू से मुलाकात करने का पहला मौका मिला. वह बापू से खत लिखकर लगातार टच में रहती थीं. यह बात इतनी आगे बढ़ी की वह 16 साल तक महात्मा गांधी की सचिव रहीं और साथ ही उनके सबसे करीबी लोगों में भी शुमार रहीं.

जब भारत आजाद हुआ तो वह देश की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बनीं और उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय मिला. उन्होंने ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की स्थापना की. इसके लिए उन्होंने कई देशों से वित्तीय सहायता भी मांगी और देश में बेहतर इलाज का इंतजाम कर दिया.

बनाने के लिए उन्होंने स्कूली बच्चों के लिए खेलों की शुरुआत करने पर जोर दिया और बाद में नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया की स्थापना करके अपने इरादों को आकार देना शुरू किया. उन्होंने टयूबरक्लोसिस एसोसिएशन ऑफ इंडिया की स्थापना की. राजकुमारी अमृत कौर लीग ऑफ रेड क्रास सोसायटीज के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की उपाध्यक्ष और सेंट जोंस एम्बुलेंस एसोसिएशन की कार्यकारिणी की अध्यक्ष रहीं.

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