Maharashtra New Chief Minister: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (maharashtra election result) में BJP की नेतृत्व वाली ‘महायुति’ (MahaYuti) ने बंपर जीत हासिल की है। NDA गठबंधन ने 288 सीटों वाले विधानसभा में 230 सीटों पर जीत हासिल की है। बंपर जीत के बाद महायुति में सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। हालाकि चुनाव परिणाम को आए दो दिन होने को है लेकिन प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा, इस पर तस्वीर साफ नहीं हुई है। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री की रेस में देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का नाम सबसे आगे है और इन दोनों के बीच में ही टक्कर है।
राज्य में बीजेपी ने जिस तरह प्रदर्शन किया है और जितनी सीटें उसके पास है उससे फडणवीस का पलड़ा ज्यादा भारी नजर आ रहा है। हालांकि चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे सीएम पद की रेस से खुद को बाहर ही रख रहे थे। उन्होंने कुछ इंटरव्यू में ये भी कहा था कि वह इस बार सीएम की रेस में नहीं हैं, लेकिन नतीजों के बाद वह फिर रेस में हैं। हालांकिन अभी तक एकनाथ शिंदे ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है जिससे साफ हो सके कि वह सीएम पद की रेस से बाहर हैं।
नतीजों के बाद एकनाथ शिंदे से जितनी बार मीडिया ने सीएम को लेकर सवाल किया, उतनी बार उनके एक्सप्रेशन से यही लगा कि वह भी इस पद की लालसा रखते हैं। बताया जा रहा है कि चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे सीएम पद की रेस से खुद को बाहर ही रख रहे थे। उन्होंने कुछ इंटरव्यू में ये भी कहा था कि वह इस बार सीएम की रेस में नहीं हैं, लेकिन नतीजों में अच्छी सीटें मिलने के बाद अब वह फिर से खुद को इस रेस में बनाए हुए हैं।
फडणवीस और शिंदे समर्थकों ने संभाली कमान
इधर फडणवीस कैंप वोटिंग के बाद से ही उन्हें सीएम बनवाने के लिए एक्टिव है। वहीं, दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे के समर्थकों का कहना है कि पहली पारी में शिंदे ने अच्छा काम किया है इसलिए उन्हें दूसरा मौका मिलना चाहिए।
भाजपा का स्ट्राइक रेट 89%
बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति ने 89.26 फीसदी सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है। भाजपा ने 132 सीटें जीतकर अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। पार्टी अपने दम पर बहुमत से सिर्फ 13 सीटें कम है। सहयोगी शिवसेना की 57, एनसीपी (अजीत) की 41 व तीन छोटे सहयोगियों की चार सीटाें के साथ महायुति ने 288 में से 234 सीटों पर बंपर जीत हासिल की है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को झटका लगा, वह सिर्फ 50 सीटों पर सिमट गया।
शिंदे की शिवसेना और अजित की एनसीपी ने इतनी सीटें जीती
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) नेतृत्व वाली महायुति (MahaYuti) गठबंधन की ऐसी आंधी चली कि सभी विरोधी पार्टियां चारों खाने चित्त हो गई। कांग्रेस (Congress), शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट (ShivSena UBT) और एनसीपी (NCP) शरद गुट के बड़े-बड़े दावे फेल हो गए। महायुति गठबंधन की आंधी भी ऐसी चली कि महाराष्ट्र विधानसभा से विपक्ष का नेता (Leader of Opposition) ही गायब हो गया। 60 साल में यह पहली बार होगा, जब महाराष्ट्र विधानसभा में कोई विपक्ष का नेता नहीं होगा। चुनाव में हार के साथ ही उनके हाथ से नेता प्रतिपक्ष का पद भी छिन गया है।