लखनऊ. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद BSP ने हार का ठीकरा मुसलमानों पर फोड़ दिया है. बसपा प्रमुख मायावती के अधिकृत ट्विटर हैंडल से जो प्रेस नोट जारी किया गया है, उसमें स्पष्ट लिखा गया है कि “मुस्लिम समाज बसपा को ठीक से समझ ही नहीं पाया, ऐसे में आगे सोच समझकर मौका दिया जायेगा.. ताकि आगे ऐसा भयंकर नुकसान न हो”..
दरअसल, UP में बसपा ने अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. जिसका नतीजा यह निकला की बसपा का परम्परागत दलित वोट बैंक भी भारी संख्या में छिटक गया और सभी जीती हुई सीटें भी खो दी. हालांकि राजनीतिक पंड़ितों का मानना है कि बीच चुनाव में आकाश आनंद को बैक कराना भी कहीं न कहीं मायावती के लिए नुकसान दायक साबित हुआ.
सोच समझकर बाटेंगे टिकट: मायावती
मायावती ने कहा कि जिन अन्य जातियों को टिकट दिया उन्हें वोट नहीं मिला. अब सोच समझकर ही टिकट बाटेंगे. मुसलमानों, पिछड़े समाज के उम्मीदवारों पर मायावती ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के नतीजों से बहुत बड़ा झटका लगा है. आत्म मंथन और समीक्षा के लिए तैयार हैं.
हार का विश्लेषण करेगी पार्टी: मायावती
मायावती ने ये भी कहा है कि मेरी अपनी जाति ने बीएसपी को वोट किया है. उन्होंने कहा कि यूपी में भी जो परिणाम सामने आए वह सब जनता के सामने है. हमारी पार्टी इसको गंभीरता से लेकर इसका हर स्तर पर गहराई से सही विश्लेषण करेगी और पार्टी वह मूवमेंट जो पार्टी हित में जरूरी होगा उसे पर ठोस कदम उठाएगी.
बता दें कि यूपी में इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिला. जहां समाजवादी पार्टी ने बंपर बढ़त बनाई तो वहीं बसपा का सूपड़ा साफ हो गया. समाजवादी पार्टी (SP) ने सबसे अधिक 37 सीट, BJP ने 33, कांग्रेस पार्टी ने 6 (इंडिया गठबंधन ने कुल 43 सीट), RLD ने 2, आजाद समाज पार्टी और अपना दल ने एक-एक सीट पर कब्जा जमाया हैं.