आगरा. कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने गुरुवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर सनातन बोर्ड की मांग को दोहराया. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही सनातन बोर्ड बनना चाहिए था. दुख की बात है कि आज सनातन बोर्ड की मांग करनी पड़ रही है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि पूर्व में आखिर मंदिर तोड़कर मस्जिदें क्यों बनाई गई थी?
उन्होंने आगे कहा कि आज लोग ज्ञान दे रहे हैं. जब मंदिरों के ऊपर मस्जिद बनाई गई उन लोगों को ज्ञान क्यों नहीं दिया जाता? हम हक की लड़ाई की बात कर रहे हैं. सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं. सनातन धर्म बनाने के लिए देश-विदेश से समर्थन भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड की लड़ाई के साथ मथुरा और काशी में मंदिर बनाने की लड़ाई बाकी है.
बांग्लादेश के हिंदुओं को भारत लाया जाए- देवकीनंदन ठाकुर
उन्होंने बांग्लादेश की स्थिति को लेकर कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं को भारत में लाया जाए और भारत से बांग्लादेशियों को बाहर किया जाए. वहीं उन्होंने मथुरा की मस्जिद को लेकर कहा कि मथुरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में केशवदेव जी हैं. ऐसा कोर्ट में दावा है, संविधान हमें अधिकार देता है अपने धर्म और सम्मान को सुरक्षित रखें. उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड बनाने की मांग जारी रहेगी. मिस्ड कॉल देकर समर्थन करें. सनातन बोर्ड की मांग उठने के बाद मिल रही धमकियों को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे लोग नहीं बदल सकते.