इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है. पहले देश के गलियारों से EVM पर सवाल उठाए जाते थे. इस बार विदेशों से हमला किया गया है. सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या EVM को हैक किया जा सकता है. लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद इस बार EVM पर सवाल उठाना वाला विपक्ष चुप बैठा था, लेकिन एक रिपोर्ट ने शांत बैठे विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मौका दे दिया. ईवीएम पर सियासी बवंडर की शुरुआत टेस्ला के CEO एलन मस्क के बयान से हुआ है.
एलन मस्क ने ऐसा क्या कहा ?
दुनिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर सवाल उठा दिया था. 16 जून को उन्होंने चौंकाने वाला दावा किया था. कहा था कि EVM को हैक किया जा सकता है और इसे खत्म किया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी चुनावों से ईवीएम को हटाने की मांग की थी.
एलन मस्क ने यह बयान अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर की एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए दिया था.
कैनेडी ने क्या कहा था?
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार कैनेडी जूनियर ने एसोसिएटेड प्रेस का हवाला देते हुए X पर पोस्ट किया था. उन्होंने कहा कि प्यूर्टो रिको के प्राथमिक चुनावों में EVM से संबंधित सैकड़ों मतदान अनियमितताएं सामने आई हैं. सौभाग्य से यह एक पेपर ट्रेल था, इसलिए समस्या की पहचान की गई और वोटों की गिनती को सही किया गया. सोचिए उन क्षेत्रों में क्या होता होगा, जहां कोई पेपर ट्रेल नहीं है?
उन्होंने आगे कहा अमेरिकी नागरिकों के लिए यह जानना आवश्यक है कि उनके प्रत्येक वोट की गणना की गई है. उनके चुनावों में कोई सेंध नहीं लगाई जा सकती. चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप से बचने के लिए उन्हें पेपर बैलेट पर वापस लौटना होगा.
राहुल गांधी का वार
मस्क के पोस्ट को टैग करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी देश में EVM के जरिए हो रहे चुनाव पर तंज कसा. उन्होंने कहा, ‘भारत में EVM एक ‘ब्लैक बॉक्स’ की तरह है, जिसकी जांच करने की अनुमति किसी को भी नहीं है. हमारे देश की चुनावी प्रक्रिया के पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है.’
सैम पित्रोदा
देशभर में EVM पर छिड़ी बहस में सैम पित्रोदा भी उतर आए हैं. उन्होंने कहा, ‘एलन मस्क के एक बयान के कारण भारत में EVM पर बहस लगातार तेज होती जा रही है. तथ्य स्पष्ट हैं. यह केवल अकेली EVM नहीं है, बल्कि VVPAT और संबंधित प्रक्रियाओं और लॉजिस्टिक्स से युक्त एक जटिल प्रणाली है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने 60 साल से ज्यादा वक्त तक इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलिकॉम जैसे सेक्टर में काम किया है. मैंने EVM की व्यवस्था का पूरा अध्ययन किया है. मेरा मानना है कि इनसे छेड़छाड़ हो सकती है. बैलेट पेपर से ही चुनाव सबसे सही रहेगा और उनकी गिनती से ही जीत और हार का फैसला किया जाए.’
विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
अमित मालवीय ने कहा कि एलन मस्क या जिसे भी ऐसा लगता है कि EVM को हैक किया जा सकता है वो भारत के चुनाव आयोग के पास जाकर इस पर बात कर सकता है. वहीं, राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि EVM सुरक्षित है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है.
चुनाव आयोग का इस पर क्या कहना?
चुनाव आयोग ने मुंबई में EVM हैकिंग के आरोपों को खारिज कर दिया था. मुंबई की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने कहा था कि ऐसा नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा था कि ये आरोप पूरी तरह से गलत हैं और EVM को अनलॉक करने के लिए किसी OTP की जरूरत नहीं होती. उन्होंने कहा था कि EVM को किसी डिवाइस से कनेक्ट नहीं किया जा सकता है. ईवीएम के बारे में गलत सूचना फैलाने और भारतीय चुनाव प्रणाली में संदेह पैदा करने के लिए न्यूज पेपर को नोटिस जारी किया है.
EVM को लेकर उठ रहे विवाद पर चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा कि इसे लेकर अफवाह फैलाई जा रही है. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि EVM पर गलत ख़बर फैलाई गई है और सारे आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा, “EVM में अनलॉकिंग के लिए कोई OTP नहीं आती है, जो खबर चल रही है वो पूरी तरह से गलत है. ईवीएम किसी मशीन से जुड़ा हुआ नहीं होता है.”
नतीजों से पहले क्या बोले थे CEC ?
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान उन्हों EVM को लेकर पूछे गए सवाल पर मुस्कुराते हुए कुछ ऐसा कह दिया था, जिसकी चर्चा चारों तरफ हो गई थी. दरअसल, उन्होंनेमजाकिया अंदाज में कहा था, ‘अब तो सबके सामने है. अब तो सबको पता है तो अब क्यों पीटना है. अब थोड़े दिन EVM को आराम करने दिजिए. उसे अगले चुनाव तक आराम करने दीजिए. फिर बाहर आएगी, बैटरी बदलेंगे, पेपर बदलेंगे. फिर वो गाली खाएगी और फिर रिजल्ट अच्छे से बताएगी. शायद गलत मुहूर्त में उसका जन्म हुआ है.’