राजनांदगांव । भारतीय मजदूर संघ अपनी स्थापना का 70 वें वर्षगांठ पर सालभर विभिन्न स्तरों पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किये है, इसके सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव श्रमिक संपर्क पखवाड़े को लेकर जिले के संगठनकर्ताओं में व्यापक उत्साह है, प्रतिदिन भामसं कार्यकर्ताओं की अनेक टोलियॉ जिले व समीपवर्ती जिले में मजदूरों से जगह-जगह उनके कार्यस्थल पर जाकर संपर्क कर रहे है, इस दौरान भामसं कार्यकर्ता भारतीय मजदूर संघ के इतिहास से लेकर संघर्ष तक की पटकथा का पत्रक मजदूरों के मध्य वितरित कर रहे है।
भामसं के जिला मंत्री नरेश कुमार साहू ने बताया कि पिछले तीन दिनों में भामसं कार्यकर्ताओं ने छुरिया विकासखंड के अनेक ग्रामों समीपवर्ती खैरागढ़ जिले के गिट्टी खदान बहुल ठेलकाडीह में व मोहला जिले के गैंदाटोला व रेंगाकठेरा सेक्टर में मजदूरों के बीच व्यापक जनसंपर्क किया व कहा कि भारतीय मजदूर संघ राष्ट्रहित, उघोगहित व मजदूरहित के विचारों से ओत-प्रोत होकर मजदूर क्षेत्र में काम करता है। भारतीय मजदूर संघ ट्रेड यूनियन आंदोलन को एक नयी सोच व दिशा दी है, अपने प्रारंभिक कार्यकाल में भामसं के लोग जब भारतमाता की जय का नारा लगाते थे तो वामपंथी ट्रेड यूनियने इसका मजाक बनाया करते थे, किन्तु कालान्तर में भारतामाता की जय का उद्घोष ट्रेड यूनियन आंदोलन का अमोद्य शस्त्र बन गया है।
इसी प्रकार असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत् हमाल, सफाईकर्मी, नाई, धोबी, मोची, परम्परागत व्यवासय में जुटे ग्रामीण व शहरी मजदूरों के हितार्थ भी कोई योजना नही थी किन्तु भामसं के संघर्ष ने इन वर्गो के साथ तमाम गृह व कुटीर उद्योगों में खेतो में काम करने वाले मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा की परिधि में लाया है। इस दौरान प्रमुख रूप से भामसं के विभाग प्रमुख योगेशदत्त मिश्रा, अल्का बारसागढ़े, धनेश्वरी साहू, भारती शर्मा, हेमंत साहू, चेतन साहू, पुनाराम वर्मा, चन्द्रशेखर, गोविन्द साहू, विश्राम, केशवराम सिन्हा, ठाकुरराम सहित बड़ी संख्या में खैरागढ़ व मोहला सहित राजनांदगांव जिले के कार्यकर्ता उपस्थित थे।