कुशीनगर. विशुनपुरा थाना क्षेत्र के तिलकापट्टी गांव में बीते 5 जनवरी को जिस युवक की धारदार हथियार (दाव) से गला काटकर युवक की हत्या की गई थी. पुलिस की जांच-पड़ताल में उसकी पत्नी पूनम ही हत्यारोपी साबित हुई है. पुलिस के मुताबिक, उसने आठ विभिन्न माइक्रोफाइनेंस कंपनियों से करीब पौने चार लाख रुपए कर्ज लिया था. पति और कर्ज लेने के लिए दबाव बना रहा था. ऐसा न करने पर उसकी हत्या करने की धमकी दे रहा था. शराबी पति और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने हत्या की साजिश रची थी.
एएसपी रितेश कुमार सिंह ने मंगलवार को पुलिस कार्यालय सभागार में शर्मा निषाद हत्याकांड का पर्दाफाश किया. बताया कि विशुनपुरा थाने की पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने गोड़रिया बाजार टैक्सी स्टैंड तिराहे से हत्यारोपी पूनम निषाद को गिरफ्तार किया. उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज है. उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दाव और मोबाइल फोन बरामद किया गया. इसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जा रही है. इस हत्या के खुलासे में विशुनपुरा के प्रभारी निरीक्षक रामसहाय चौहान, साइबर सेल निरीक्षक मनोज पंत अपनी टीम के साथ शामिल थे.
यह रही हत्या की वजह
एएसपी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि विशुनपुरा थाना क्षेत्र के तिलकापट्टी गांव निवासी शर्मा निषाद अत्यधिक शराबी था. नशे का इतना आदी हो चुका था कि उसने अपनी पत्नी से एक वर्ष में भिन्न-भिन्न आठ माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के समूहों से कुल 3,76,907 रुपए कर्ज निकलवाकर शराब पी गया. उसके बाद अपनी पत्नी के जेवर भी गिरवी रख दिया था. पत्नी जब कर्ज लेने से मना करती तो उसे मारता-पीटता था. बीते 5 जनवरी को सुबह करीब 05 बजे शर्मा निषाद अपनी पत्नी से शराब पीने के लिए पैसे मांगा. जब पैसा न होने के कारण देने से इंकार कर दी तो किसी से उधार लेकर शराब पीकर आया. उसके बाद घर में रखा दाव/बांका लेकर पत्नी को काटने के लिए दौड़ाया. आसपास के लोग किसी तरह बीच बचाव कर जान बचाए और अपने घर ले गए. पूनम ने तब वह खाना बनाई और शर्मा निषाद को मंजन करने के लिए ब्रश दिया, लेकिन उसने ब्रश फेंक दिया और कहा कि जब तक तुझे काट नहीं लूंगा, तब तक खाना नहीं खाऊंगा. पूनम को अब यह पूर्ण विश्वास हो गया कि वह उसे निश्चित ही मार डालेगा. पूनम ने पुलिस को बताया कि उसे अपने बच्चों के पालन-पोषण की फिक्र थी. उसने सोचा कि अगर वह अपने पति को मार देती है तो उसका लोन भी माफ हो जाएगा तथा अपने बच्चों को मजदूरी करके पालन-पोषण कर लेगी. शर्मा निषाद अपनी झोपड़ी में तख्त पर शराब के नशे में दाहिनी करवट करके बगल में दाव/बांका रखकर सो गया था.
पूनम ने उसी दाव/बांका को उठाया और तीन-चार बार बाईं तरफ प्रहार कर गर्दन काट दी, जो थोड़ा बचा था, उसे पास में रखे हंसिये से खींच दिया, जिससे गर्दन पूरी तरह कट गई. उसने बताया कि यह घटना दोपहर करीब 12 की थी. इसके बाद शव को वहीं पर छोड़कर झोपड़ी को बाहर से बंदकर बच्चों को लेकर मायके सेवरही थाना क्षेत्र के ग्राम जोगनी चली गई. झोपड़ी गांव से थोड़ी दूरी पर है. इसलिए वहां कोई जाता नहीं है. अगले दिन 06 जनवरी को उसने सोचा कि शर्मा का शव वहीं सड़ जाएगा तो उसने फोन कर अपनी बहन (देवरानी पताशी) को फोन कर कहा कि वह उसके घर जाकर बकरी बाहर निकाल दे. उसने ऐसा इसलिए किया कि बकरी निकालने जाएगी तो शर्मा निषाद के शव को देख लेगी और शोर कर देगी. गांव वाले इकट्ठा हो जाएंगे और जो करना होगा करेंगे. इस साजिश के तहत उसने हत्या की थी. पुलिस को हत्या में प्रयुक्त दाव के अलावा हंसिया, एक साड़ी (घटना के वक्त पहनी हुई), एक मोबाइल फोन और आठ अलग-अलग माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के समूह के ऋण संबंधी कागजात मिले हैं.