दरअसल, सपा मुखिया अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में 37 सीट जीतकर यूपी में भारतीय जनता पार्टी के लिए एक टेंशन खड़ी कर दी है. जिसको लेकर बीजेपी में लगातार बैठक चल रही थी. इस बीच संगठन और सरकार के बीच टकराव की भी स्थिति दिखाई दी. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जा सकता है.
लेकिन इन तमाम कयासों पर विराम लग गया है. कहा जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ ही अखिलेश यादव का मुकाबला कर सकते हैं. ऐसे में बीजेपी के पास योगी के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
खबर यह भी है कि भाजपा संगठन का चेहरा बदलने की कवायद तेज हुई. BJP प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी संगठन की बजाय सरकार में अब भेजे जा सकते हैं. वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सरकार से अब संगठन के बड़े दायित्व पर जा सकते हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की सियासत में बीते कुछ दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के तेवर जुदा–जुदा दिख रह हैं. वह लगातार संगठन को लेकर बिना नाम लिए सरकार पर ही निशाना साध रहे थे.
वहीं, भाजपा के भीतर ताबड़तोड़ बैठक-मुलाकातों से ये संकेत मिल रहे हैं कि यूपी भाजपा जरूर कोई बड़ी सियासी रणनीति तैयार करने में जुटी हुई है. आज शाम सीएम योगी राज्यपाल से भी मुलाकात करने वाले हैं.