रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का दर्द उस समय छलका उठा जब उनसे चुनाव लड़ने के संबंध में पूछा गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो परिस्थितियां बनी है, उससे मन दबा-दबा है। दबे मन में चुनाव लड़ने की भावना नहीं है। लोगों के लिए कुछ करने की बात हमेशा से मन में रहती है, लेकिन काम असरदार नहीं हो रहा, तो सोचना पड़ेगा। उन्होंने कहा मैने जिस उद्देश्य से घोषणा पत्र बनाया, उसको लागू करने में असरदार साबित नहीं हो पा रहा है।
विदित हो कि छत्तीसगढ़ में एक तरफ ढाई-ढाई साल का वादा पूरा नहीं हुआ, जिसका दर्द स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की ओर से कई बार छलक जाता है। वहीं दूसरी तरफ वे अफसरों के बीच महत्व नहीं मिलने से भी दुखी हैं। इस तरह का दर्द उनका बीच बीच किसी भी कार्यक्रम में छलक पड़ता है।
मंत्री TS सिंहदेव के बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- TS सिंहदेव प्रदेश और देश के वरिष्ठ नेता है। वरिष्ठ मंत्री का इस प्रकार का अपना दुख व्यक्त करना संसदीय कार्य में कुठाराघात है। कांग्रेस पार्टी को इस पर विचार करना चाहिए। जब मंत्री दुखी है, तो आप समझ सकते हैं जनता कितनी दुखी होगी। मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों से भेंट मुलाकात करना चाहिए। अपने मंत्रियों की बात सुनकर समस्या का निराकरण कर दो।