महिला से लाखों की धोखाधड़ी: फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाकर लगाया चूना, शिकायत दर्ज

अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां एक महिला को 8 अलग-अलग माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाकर 2 लाख 90 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई। फरियादी ने धोखाधड़ी की शिकायत थाने में दर्ज कराई है। पुलिस FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

दरअसल, यह पूरा मामला जैतहरी थाना क्षेत्र का है। फरियादी फूलबाई चौधरी निवासी ग्राम चोई ने अपनी शिकायत में बताया कि 8-10 साल पहले स्व: सहायता समूह में जुड़ी थी। गांव की रहने वाली माया राठौर 2 साल पहले उसके घर आई थी उसने अपने साथ 8 माइक्रो फाइनेंस कंपनी के एजेंट को भी साथ लेकर आई थी। उसने बताया कि यह बैंक बड़े अमाउंट का लाेन देते हैं। इन माइक्रोफाइनेंस बैंक से बच्चों के पढ़ाई-लिखाई और शादी में आसानी से लोन मिल जाता है।

माया राठौर के कहने पर फरियादी ने अपना आधार कार्ड ,परिचय पत्र और पैन कार्ड की फोटो कॉपी दे दी। उसने फरियादी के नाम पर लाइट बैंक से 45 हजार, स्पंदना से 35 हजार इस तरह से अलग-अलग माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 2 लाख 90 हजार रुपए का लोन दिलाया। जब फरियादी 2 लाख 90 हजार रुपए बैंक से निकलवा कर बाहर आई तो माया राठौर और उसके दामाद दिनेश राठौर ने उससे पूरा पैसा वापस ले लिया। इसके बाद फरियादी ने इसकी जानकारी माइक्रो फाइनेंस एजेंट और प्रबंधक को दी।

बैंक के अधिकारियों ने कहा कि अभी तुम्हें पैसे की जरूरत नहीं है तो उनको उपयोग करने दो। माया राठौर और दिनेश सिंह राठौर अच्छे लोग हैं। रुपए हड़पने की गुंजाइश नहीं है। फरियादी महिला बैंक के शाखा प्रबंधक और एजेंट के बातों में विश्वास करके चुप रही। इसके बाद माया राठौर और दिनेश राठौर कुछ दिनों तक बैंक के निर्धारित मासिक किस्त दिए। जिसके बाद दोनों ही गांव से परिवार सहित लापता हो गए।

बैंक के एजेंट फरियादी के घर पहुंचकर किस्त चुकाने जाने के संबंध में घेराबंदी करते थे। जिससे फरियादी को आभास हुआ कि उसके साथ बैंक के शाखा प्रबंधक, एजेंट और माया राठौर और उसके दामाद मिलीभगत करके धोखाधड़ी कर रकम हड़प लिया है। जिसके बाद फरियादी महिला ने इसकी शिकायत थाने में की। फिलहाल, पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही हैं। एसडीओपी सुमित क्रेरकेट्टा ने बताया कि धोखाधड़ी की शिकायत महिलाओं ने की है। उनसे धोखाधड़ी के संबंध में दस्तावेज मांगा गया हैं। दस्तावेज के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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