दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। इनामी महिला नक्सली ने उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज, उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ एवं पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
महिला नक्सली नक्सली लीडरों की प्रताड़ना से तंग आकर और लोन वर्राटू घर वापस आईये अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित महिला नक्सली बतौर एलओएस डिप्टी कमांडर काफी लंबे समय से दंतेवाड़ा में सक्रिय थी। समर्पण करने वाली महिला नक्सली कुमारी कडती उर्फ रोशनी ओयाम पर तीन लाख रूपये का इनाम घोषित था।
दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि इलाके में नक्सली उन्मूलन के लिए लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान चलाया जा रहा है। कई ग्रामीण जो नक्सलियाें के बहकावे में आकर नक्सली संगठन में शामिल हो जाते हैं। इन्हें मुख्य धारा में वापस लाने के लिए नक्सल प्रभावित गांव में बैनर पोस्टर लगाकर नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आज इसी अभियान के तहत एलओएस डिप्टी कमांडर ने सरेंडर किया है। सरकार की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पित महिला को योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 139 इनामी नक्सली सहित कुल 558 नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं। आत्मसमर्पित महिला नक्सली कुमारी कड़ती उर्फ रोशनी ओयाम निम्नलिखित घटनाओं में शामिल थी।
इन वारदातों में समिल थी महिला नक्सली
वर्ष 2016 में गश्त, सर्विंग पर निकली पुलिस पार्टी को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से ग्राम चेली से बेचापाल जाने वाले मुख्यमार्ग पर ग्राम चेरली कोकोड़ी पारा के पास एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी। उक्त घटना में पुलिस के 02 जवान शहीद हुए। पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण सुकमन कड़ती निवासी कोकोडी को ग्राम तामोडी में जन अदालत लगाकर टंगिया मारकर हत्या करने की घटना में शामिल थी। वर्ष 2017 में जिला सुकमा थाना चिंतागुफा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बुरकापाल रोड़ / पुलिया निर्माण कार्य की सुरक्षा में लगे पुलिस पार्टी पर हमला कर 25 शहीद एवं 11 जवानों को घायल करने की घटना में शामिल थी। पुलिस मुखबिरी के शक में ग्रामीण पाण्डू पदाम निवासी तामौड़ी को ग्राम बेचापाल में जन अदालत लगाकर टंगिया मारकर हत्या करने की घटना में शामिल थी।
माह मई में नक्सली बंद के दौरान जिला बीजापुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मद्देड़ से भोपालपटनम जाने वाले मुख्यमार्ग पर भोपालपटनम और मद्देड़ के बीच पेड़ काटकर मार्ग अवरोध कर नक्सली बैनर, पोस्टर एवं पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल थी।