रायपुर। माना एयरपोर्ट में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जो महिला आरक्षण बिल लाया गया है उसका कांग्रेस ने समर्थन किया है लेकिन इसे जनगणना और परिसीमन होने के बाद लागू किया जाएगा। इसमें वर्षों लग जाएंगे जबकि सोनिया गांधी ने स्पष्ट कहा कि इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। लेकिन हमें ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा। इसे 2024 के चुनाव में लागू किया जाना चाहिए।
बता दें कि देश में पिछले 27 साल से एक बिल का जिक्र बार-बार होता रहा है. किसी भी पार्टी ने इस बिल का नाम नहीं बदला. ये था महिला आरक्षण बिल. 27 साल बाद 19 सितंबर 2023 को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल को नारी शक्ति वंदन अधिनियम के नाम से पेश किया गया और 20 सितंबर को भारत की नारी को लोकसभा और विधानसभाओं में एक तिहाई आरक्षण की शक्ति देने वाला बिल लोकसभा से पहली बार पास हुआ. लोकसभा में 2 दिन तक चली लंबी बहस के बाद महिला आरक्षण विधेयक पर मुहर लग गई. ये विधेयक दो तिहाई बहुमत से पारित कर दिया गया. अब गुरुवार को ये बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा.