नई दिल्ली. रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का विवाद बढ़ता जा रहा है. फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं और उन पर एफआईआर भी दर्ज है. खिलाड़ी उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. उनका कहना है कि यदि 15 जून तक कोई फैसला नहीं होता है, तो वे फिर से धरना-प्रदर्शन करेंगे. इस बीच एक कोच और 2 रेफरी का एशियन चैंपियनशिप से हटा दिया है. इंटरनेशनल रेफरी जगबीर सिंह ने बृजभूषण के खिलाफ बयान दिए थे.
अंडर-23 और अंडर-17 कैटेगरी में एशियन चैंपियनशिप का आयोजन 10 से 18 जून तक कजाकिस्तान में होना है. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, जसबीर सिंह के अलावा अंडर-17 टीम के कोच राजीव तोमर और रेफरी वीरेंद्र मलिक को भी एशियन चैंपियनशिप में नहीं भेजने का फैसला किया गया है. सूत्र ने बताया कि जगबीर के बयान को सरकार के खिलाफ माना गया. इसी तरह वीरेंद्र मलिक और राजीव दोनों बृजभूषण के करीबी हैं. इस कारण उनका नाम भी काटा गया है. मालूम हो कि वीरेंद्र को 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान ग्लासगो में यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार तक किया गया था.
टीम के पास सिर्फ एक रेफरी
जानकारी के अनुसार, अंडर-23 के इवेंट में भारत का सिर्फ एक रेफरी होगा. वहीं अंडर-17 फ्रीस्टाइल कैटेगरी के पहलवान कोच के बिना उतरेंगे. जगबीर सिंह और वीरेंद्र मलिक को 13 जून को रवाना होना था. चैंपियनशिप के लिए रेसलिंग फेडरेशन की एडहॉक कमेटी ने सेलेक्शन ट्रायल आयोजित किया था. इस बीच 14 जून को पहलवानों के सपोर्ट में खाप पंचायतों ने हरियाणा बंद का ऐलान किया है.
इससे पहले रेफरी जगबीर सिंह ने मार्च 2022 की घटना का जिक्र करते हुए मीडिया में बयान दिया था. उन्होंने बताया था कि फोटो सेशन के दौरान पहले महिला पहलवान बृजभूषण सिंह के बगल में खड़ी थी, लेकिन अचानक खिलाड़ी वहां से हट गई. उस समय वह असहज दिखाई दे रही थी और कुछ कह भी रही थी. इसके अलावा उन्होंने 2013 में जूनियर एशियन चैंपियनशिप के दौरान भी ऐसी ही एक घटना का जिक्र किया था.