डायबिटीज होने के बाद सबसे पहले लोगों को लगता है कि अब मीठे से पूरी तरह दूरी बना लेनी पड़ेगी. खासकर जो लोग मीठे के शौकीन हैं, उनके लिए ये बात और भी मुश्किल हो जाती है. लेकिन अच्छी बात ये है कि डायबिटीज का मतलब ये बिल्कुल नहीं कि आप मीठा खाना छोड़ ही दें. बस थोड़ा स्मार्ट बनना होगा और कुछ बातों का ध्यान रखना होगा.
यहां जानिए वो 5 जरूरी बातें जो डायबिटीज में मीठा खाने से पहले आपको जरूर पता होनी चाहिए.

1. सादा चीनी छोड़ें, नेचुरल स्वीटनर अपनाएं
सफेद चीनी यानी रिफाइंड शुगर डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती है. लेकिन मीठा खाने के लिए आप स्टीविया, डेट सिरप, मॉन्क फ्रूट या नारियल की चीनी जैसे नेचुरल विकल्प अपना सकते हैं. इनका स्वाद अच्छा होता है और ये ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाते.
2. फलों से शांत करें मीठे की तलब
अगर मीठा खाने का मन हो, तो शुगर वाले फलों की बजाय ऐसे फल खाएं जिनमें शुगर कम और फायबर ज्यादा हो. जैसे– सेब, अमरूद, पपीता, नाशपाती और बेरीज़. ये फल मीठे भी होते हैं और शुगर कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं.
3. बाजार की मिठाइयों की बजाय घर का बना मीठा खाएं
बाजार की मिठाइयों में चीनी, घी और फैट बहुत ज्यादा होता है. ऐसे में बेहतर है कि आप घर पर ही स्टीविया या खजूर से बनी हल्की मिठाइयां जैसे ओट्स-खजूर लड्डू या लो-फैट दूध से बनी बर्फी बनाकर रखें. इससे स्वाद भी मिलेगा और सेहत भी बिगड़ेगी नहीं.
4. मीठा खाते वक्त फाइबर और प्रोटीन का ध्यान रखें
जब भी कुछ मीठा खाएं, तो उसके साथ थोड़े नट्स जैसे बादाम या अखरोट भी लें. दही, पनीर या अंडा जैसी प्रोटीन वाली चीजें भी साथ में लें. इससे मीठा धीरे-धीरे डाइजेस्ट होता है और ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ती.
5. समय और मात्रा का रखें खास ध्यान
मीठा खा भी रहे हैं, तो कब और कितना खा रहे हैं, ये जानना जरूरी है. खाली पेट या देर रात मीठा न खाएं. दोपहर में खाना खाने के बाद थोड़ा मीठा खाया जा सकता है – जैसे एक छोटा लड्डू या एक छोटी कटोरी खीर. ध्यान रहे, ये भी सीमित मात्रा में ही हो और बिना रिफाइंड चीनी के.