12वीं के बाद टूरिज्म इंडस्ट्री में बना सकते हैं अच्छा करियर

हमारे देश में टूरिज्म इंडस्ट्री का विकास तेजी से हो रहा है. यह क्षेत्र देश के सॉफ्ट पावर को मजबूत करने के अलावा कमाई का महत्वपूर्ण जरिया है. केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर टूरिज्म को बढ़ावा दे रही हैं. ऐसे में टूरिस्ट गाइड (Tourist Guide) का करियर आजकल काफी आकर्षक और फायदेमंद साबित हो रहा है. इस फील्ड में अधिक रोजगार पैदा करने (Tourism Jobs) की क्षमता है. अगर आप घूमने के भी शौकीन हैं और अपने कम्युनिकेशन स्किल की बदौलत जल्दी से अनजान लोगों के बीच घुल-मिल जाते हैं, तो इस फील्ड में आसानी से एंट्री कर सकते हैं. टूरिज्म आपके लिए बेहतरीन करियर ऑप्शन (Best Career Options) हो सकता है.

टूरिस्ट गाइड या टूर गाइड (Tour Guide) अपने अनुभव और नॉलेज के आधार पर पर्यटकों को ऐतिहासिक स्थलों, धार्मिक स्थलों, म्यूजियम और नेशनल पार्क या सांस्कृतिक महत्व के स्थान पर सहायता और जानकारी देता है. इस काम में रोमांच भी है और रोजगार भी. हमारे देश में टूर गाइड के तौर पर आपके लिए क्या स्कोप है? इसके लिए कौन सा कोर्स करना ठीक रहेगा? इस फील्ड में कितनी कमाई होती है? ऐसी सभी सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे.

टूरिज्म में करियर कैसे शुरू करें?

1. जरूरी स्किल्स: रोमांचकारी करियर की तलाश करने वाले युवा टूरिस्ट गाइड बनकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस फील्ड में एंट्री करने से पहले आपको अंग्रेजी या किसी विदेशी भाषा का ज्ञान जरूर होना चाहिए. आपमें कम्युनिकेशन स्किल (Communication Skill) के साथ ट्रैवल (Travel) और जियोग्राफी पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए. करियर में तरक्की के लिए इतिहास और संस्कृति का ज्ञान आवश्यक है. एक गाइड के तौर पर किसी भी बात को रोमांचक तरीके से कहने की कला सीखना जरूरी है.

टूरिस्ट आपसे अलग-अलग तरह के सवाल पूछ सकते हैं. इसीलिए इतिहास की हर छोटी और रोमांचक जानकारी रखें. आपको उस जगह की पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए जहां आपका क्लाइंट घूमने जा रहा है. अगर आप करियर में बेहतर करना चाहते हैं तो रीजनल, नेशनल और इंटरनेशनल भाषाओं को जानना और अच्छा होगा. इससे आप केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी टूर गाइड बनकर मोटी कमाई (Tour Guide income) कर पाएंगे.

2. टूर गाइड के लिए शैक्षणिक योग्यता (Tour Guide Educational Qualification): टूर गाइड / पर्यटक गाइड के लिए पात्रता मानदंड उस इंडस्ट्री पर निर्भर करेगा जिसमें उम्मीदवार काम करना चाहता है. कुछ पद ऐसे हैं जिनके लिए 12वीं या स्नातक / ग्रेजुएशन डिग्री की आवश्यकता होती है. कुछ कंपनियां ऐसे उम्मीदवारों को पसंद करती हैं जिनके पास पर्यटन और यात्रा में स्नातक की डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट हो. आमतौर पर उम्मीदवार के लिए अधिकतम आयु सीमा नहीं होती लेकिन कोर्स में एडमिशन के लिए ज्यादातर संस्थान किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री मांगते हैं. उम्मीदवार 12वीं पास करने के बाद भी कोर्स (Tourism Course after 12th class) कर सकते हैं.

टूरिस्ट गाइड कोर्सेज़

इस फील्ड में करियर बनाने के लिए तीन प्रकार के कोर्सेज हैं. फुल टाइम कोर्सेज़ के अलावा शॉर्ट टर्म कोर्स के विकल्प भी मौजूद हैं. बैचलर कोर्स तीन साल के और पीजी कोर्स दो साल के होते हैं. कई संस्थानों द्वारा सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स भी कराए जाते हैं. इससे जुड़े कुछ प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं- बैचलर ऑफ टूरिज्म एडमिनिस्ट्रेशन, बैचलर ऑफ टूरिज्म स्टडीज, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन टूरिज्म एंड हॉस्पिटलिटी मैनेजमेंट, एमए इन टूरिज्म मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन ट्रैवल मैनेजमेंट एंड एयरपोर्ट मैनेजमेंट. प्रमुख संस्थान – मिनिस्ट्री ऑफ़ टूरिज्म, नई दिल्ली – दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली – कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा – बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी – बैंगलोर विश्वविद्यालय, बैंगलोर – मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई – कोलकाता विश्वविद्यालय, कोलकाता – गोवा विश्वविद्यालय, पणजी – मुंबई विश्वविद्यालय – हिमाचल विश्वविद्यालय, शिमला – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट, नई दिल्ली – यंग वीमेन क्रिश्चियन एसोसिएशन, नई दिल्ली सैलरी पैकेज इस क्षेत्र में आपकी सैलरी पूरी तरह से आपकी नॉलेज, मेहनत और स्किल्स पर निर्भर करती है. किसी प्राइवेट कंपनी के साथ करियर की शुरुआत करने पर 20,000 से 25,000 हजार रुपये शुरुआती दौर में हर महीने मिल जाते हैं. फ्रीलांसर के तौर पर भी आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. आमतौर पर एक फ्रीलांसर हर दिन हजार से डेढ़ हजार रुपये कमा सकता है. पीक सीजन में आपकी आमदनी लगभग दोगुनी हो सकती है

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