Seema Haider Sachin Love Story: पाकिस्तानी नागरिक और ग्रेटर नोएडा में अपने भारतीय साथी सचिन मीणा के साथ रह रही सीमा हैदर की मुश्किलें पाकिस्तान में भी बढ़ गई है. वहां सीमा और उसके परिवार की जांच की जा रही है सीमा के परिवार वाले मीडिया की पहुंच से दूर कर दिए गए हैं. इस बात की भी जांच की जा रही है कि सीमा के दोनों छोटे बच्चे सिंधी की बजाए हिन्दी भाषा क्यों बोलते हैं.
सीमा का कहना है कि उसकी शादी ज़बरदस्ती गुलाम के साथ की गई थी लेकिन पाकिस्तान में हो रही जांच में ये बात सामने आ रही है कि शादी से पहले सीमा ने ग़ुलाम को फ़ोन किया था. सीमा के ससुर ने 10 मई को पुलिस स्टेशन में सीमा की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई है.
यूपी ने एटीएस ने सीमा हैदर से पूछताछ
इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की. एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. स्थानीय पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एटीएस सीमा के साथी सचिन को भी पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई. अधिकारी ने बताया कि दोनों को सुबह करीब आठ बजे ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में उनके आवास से लेकर नोएडा में एटीएस यूनिट कार्यालय लाया गया, जहां शाम तक पूछताछ जारी रही.
उत्तर प्रदेश एटीएस ने पहली बार सोमवार को सीमा और सचिन से नोएडा स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ की थी और रात साढ़े दस बजे दोनों को घर भेज दिया था.
क्या होगी गिरफ्तारी?
उप्र एटीएस की पूछताछ प्रक्रिया के बारे में बताते हुए, एजेंसी के एक अधिकारी ने सोमवार को को बताया कि पूछताछ के बाद इस जोड़े को ‘गिरफ्तार किया जा सकता है या नहीं’, यह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील मामले में पूछताछ के नतीजे पर निर्भर करेगा.
स्थानीय पुलिस विदेशी अधिनियम के तहत दर्ज मामले की अलग से जांच कर रही है और अभी तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है.
नेपाल से भारत में दाखिल हुई सीमा
बता दें सीमा अपने चार बच्चों के साथ मई में नेपाल से बस में भारत आई थी, ताकि वह अपने साथी सचिन के साथ रह सके, जो उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहता है. दोनों पहली बार 2019 में ऑनलाइन गेम ‘पबजी’ से एक-दूसरे के संपर्क में आए थे.
सीमा को 4 जुलाई को स्थानीय पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था और सचिन को अवैध आप्रवासियों को शरण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था. उन दोनों को हालांकि सात जुलाई को नोएडा की एक अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा इलाके के एक घर में रह रहे हैं.