नई दिल्ली। भारत के चंद्रयान-1 मिशन के हवाले से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. चंद्रयान-1 मिशन के रिमोट सेंसिंग डाटा का विश्लेषण करने वाले वैज्ञानिकों ने पाया है कि पृथ्वी से उच्च ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉन चंद्रमा पर पानी बना रहे हैं.
अमेरिका के मनोआ में हवाई विश्वविद्यालय (यूएच) के शोधकर्ताओं के नेतृत्व वाली टीम ने पाया कि पृथ्वी की प्लाज्मा शीट में ये इलेक्ट्रॉन चंद्रमा की सतह पर अपक्षय प्रक्रियाओं – चट्टानों और खनिजों के टूटने या घुलने – में योगदान दे रहे हैं. नेचर एस्ट्रोनॉमी जर्नल में प्रकाशित शोध में पाया गया कि इलेक्ट्रॉनों ने चंद्र पिंड पर पानी के निर्माण में सहायता की होगी.