उज्जैन। उत्तराखंड (Uttarakhand) में टनल (Tunnel) ढहने से 41 मजदूर 12 नवंबर से फंसे हुए हैं। वहीं मजदूरों को बाहर निकालने के लिए दिन रात रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। इसी बीच टनल में फंसे हुए सभी लोगों की जान बचाने के लिए उज्जैन (Ujjain) के बाबा महाकाल मंदिर (Baba Mahakal Mandir) में विशेष पूजा-अर्चना कर महामृत्यंजय जाप किया गया।
महाकालेश्वर मंदिर में महामृत्युंजय का पाठ
उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे लोगों की सलामती के लिए महामृत्युंजय का पाठ किया जा रहा है। इसके साथ ही कामना की जा रही है कि सभी मजदूर सुरक्षित वापस आ जाएं। महाकालेश्वर मंदिर के पंडित ने बताया कि, बाबा महाकाल अकाल मृत्यु को हरने वाले मानें जाते हैं। महाकाल की शरण में जो भी आता है, उसका बुरा वक्त व अकाल मृत्यु टल जाती है।
#WATCH | Sanjay Sharma, a priest at Mahakal Temple says "…Today we've offered prayers for the safety of workers trapped inside the Silkyara Tunnel…" pic.twitter.com/f2QF1SD5ZZ
— ANI (@ANI) November 24, 2023
#WATCH मध्य प्रदेश: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रार्थना की। pic.twitter.com/7MXdvtei8g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2023
कैसे हुआ था हादसा
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में चार धाम प्रोजेक्ट के तहत सिल्कयारी टनल बनाई जा रही हैं। वहीं 12 नवंबर यानी दिवाली के दिन सुबह करीब 5:30 बजे लैंडस्लाइड होने से बड़ा हादसा हो गया। जिसमें एक बड़ा मलबा निर्माणाधीन सुरंग पर आकर गिर गया, जिसकी कारण अंदर काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए थे। सूचना मिलते ही लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा है।