जबलपुर। जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने रविवार को अपना शरीर त्याग दिया। समाधि लेने के बाद से उनके अनुयायी बेहद दुखी हैं। आचार्य विद्यासागर महाराज ने देवलोक गमन पर उनके अनुयायियों में शोक की लहर है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को जैन समाज के लोगों ने अपने केस दान कर आचार्य विद्यासागर महाराज को नमन किया। जबलपुर जिले और उसके आसपास के इलाकों में 1000 से ज्यादा जैन समाज के लोगों ने केस दान कर श्रद्धांजलि दी।
आचार्य विद्यासागर महाराज की स्मृति में स्थान करने वालों में बड़े, बूढ़ों के साथ बच्चों ने भी केस दान कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जबलपुर के गदा स्थित जैन मंदिर में सुबह से ही भीड़ लगी रही। आपको बता दे की आचार्य विद्यासागर महाराज ने दो दिन पहले रविवार को समाधि ली थी। वहीं इससे पहले उन्होंने आचार्य पद का त्याग कर दिया था और तीन दिन का उपवास और मौन धारण कर लिया था।
आचार्य विद्यासागर महाराज के देवलोकगमन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी शोक व्यक्त किया था। उन्होंने कहा कि कि विश्ववंदनीय संत आचार्य गुरुवर श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का समाधिस्थ होना सम्पूर्ण जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। परमपूज्य गुरुवर की शिक्षाएं सर्वदा मानवता के कल्याण और जीवों की सेवा के लिए प्रेरित करती रहेंगी। पूज्य संत श्री की पवित्र जीवन यात्रा को शत-शत नमन!