राजिम। हिंदुओं की परंपरा के अनुसार बेटा ही पिता की चिता को मुखाग्नि देता हैं लेकिन राजिम से एक अनोखा मामला सामने आया है जहां पिता की मौत के बाद बेटियों ने कांधा दिया। दरअसल, राजिम के फिंगेश्वर क्षेत्र के ग्राम बेलर में तीन बेटियों ने पिता की अर्थी को अपना कांधा देकर बेटा होने का फर्ज निभाया है जो जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है।
राजिम के बेलर में सिंचाई विभाग में पदस्थ कर्मचारी भेखराम गुप्ता का हार्ट अटैक की वजह से आकस्मिक निधन हो गया। बताया गया भेखराम की वर्षा, ऋतु, आशा नाम की सिर्फ तीन बेटियां हैं और पुत्र नहीं जिस वजह से अपने पिता के पार्थिव शरीर को श्मशान घाट तक कांधा देकर बेटे का फर्ज निभाया और पूरे रीति रिवाज के साथ ही चिता को मुखाग्नि दी।