नई दिल्ली . लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन का ऐलान हो गया है. दिल्ली समेत कई राज्यों में भी दोनों दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. दोनों दलों की ओर से इसकी घोषण की गई. दिल्ली, गुजरात, हरियाणा और गोवा में ये दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे. दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें हैं. कांग्रेस और आप के बीच 4:3 फॉर्मूले के तहत समझौता हुआ है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर मुकबला करेगी तो कांग्रेस को तीन सीटें दी गई हैं. आप पार्टी नई दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली से लड़ेगी. वहीं, कांग्रेस उत्तर पूर्वी, उत्तर पश्चिम और चांदनी चौक सीट पर लड़ेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी. 2014 में भी भाजपा ने ही क्लीन स्वीप किया था. इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने दिल्ली की सातों सीट पर कब्जा जमाया था.
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने शनिवार को जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट समझौते का ऐलान किया. कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुकुल वासनिक और अरविंदर सिंह लवली तो आप की तरफ से आतिशी, संदीप पाठक, सौरभ भारद्वाज ने सीट शेयरिंग का ऐलान किया. मुकुल वासनिक ने सीट बंटवारे की जानकारी देते हुए कहा कि दोनों दल के प्रत्याशी अलग-अलग चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे लेकिन सभी सीटों पर एक दूसरे का पूरा समर्थन करेंगे.
गठबंधन में सीटों का एलान करते हुए आम आदमी पार्टी नेता संदीप पाठक ने कहा कि इस चुनाव को इंडिया लड़ेगी. हम एकजुट होकर लड़ेंगे. बीजेपी ने जो रणनीति बनाई थी इस गठबंधन के बाद उलटफेर हो जाएगा. हम ये चुनाव जीतेंगे.
दिल्ली के अलावा गुजरात, हरियाणा, गोवा जैसे राज्यों के लिए भी सीट बंटवारे का ऐलान किया गया. गुजरात में 24 सीटों पर कांग्रेस जबकि दो पर आप लड़ेगी. यह सीट होंगी भरूच और भावनगर. हरियाणा में 10 में से 9 पर कांग्रेस लड़ेगी जबकि कुरुछेत्र पर आप का प्रत्याशी होगा. चंडीगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी लड़ेगा. कांग्रेस दो सीट पर गोवा में लड़ेगी. पंजाब में दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे . इसके साथ ही पंजाब में दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं होगा. यहां दोनों पार्टियां अकेले ही चुनाव लड़ेंगी. इसके पीछे स्थानीय हालात और राजनीति कारण बताई जा रही है. वहीं चंडीगढ़ की सीट आपम आदमी पार्टी को मिल सकती है. वहीं इस हालात में आप गोवा की सीट छोड़ रही है.