बलरामपुर: जेजेएमपी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर टुनेश उरांव झारखंड और बलरामपुर जिले में दहशत का पर्याय बन चुका था। हत्या,लूट,आगजनी और डकैती उसके लिए आम बात थी और दोनो राज्यो की पुलिस काफी परेशान थी। लगभग 10 साल तक जेल में रहने के बाद टुनेश जब वापस आया तो फिर दूसरा नक्सली संगठन बनाकर आतंक मचा रहा था। बलरामपुर और जशपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने सरगुजा आईजी के निर्देशन में कुख्यात नक्सली को गिरफ्तार किया है और उसकी गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। कुख्यात नक्सली को फिलहाल पुलिस ने 5 दिनों के पुलिस रिमांड पर रखा है।
इस पूरे मामले में आइबीसी 24 से एक्सक्लुसिव बातचीत करते हुए बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह ने बताया कि नक्सली टुनेश को साल 2012 में बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था और 10 साल तक लगातार वह जेल में था। जेल से निकलने के बाद नक्सली ने अपना दूसरा संगठन बना लिया था और जेजेएमपी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर था। आरोपी के पास एक-47 समेत नक्सली वर्दी वह अन्य हथियार भी मौजूद थे वह लगातार एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही वह बलरामपुर जिले के तातापानी व उसके आसपास के इलाके में देखा गया था लेकिन जब तक पुलिस की टीम पहुंच पाती वह फरार हो गया था।
झारखंड और बलरामपुर जिले के सरहदी इलाकों में यह आतंक का पर्याय बना हुआ था। नक्सली टुनेश उरांव अपने छुपने के लिए जशपुर के एक मुर्गी फार्म में अड्डा बनाया था जहां उसका सहयोगी तबस्सुम उसकी मदद करता था। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उमेद सिंह ने बताया कि नक्सली को 5 दिनों के पुलिस रिमांड पर रखा गया है और कड़ाई से पूछताछ की जा रही है कि आखिर इस इलाके में अब कौन-कौन लोग सक्रिय हैं और उसके संगठन में अब कितने लोग बचे हुए हैं एसपी ने कहा कि इससे पूछताछ के बाद नक्सली संगठन को पूरी तरह से खत्म करने के लिए पुलिस की टीम मेहनत कर रही है।