राजनांदगांव। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय वरदान भवन लालबाग राजनांदगांव द्वारा आज योगा डे का आयोजन किया गया । योगा डे का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया । इस अवसर पर सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी पुष्पा बहन जी ने योगा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान भागमभाग भरी जिंदगी में इंसान मानसिक एवं शारीरिक रूप से थक जाता है जिससे उसकी कार्य क्षमता कम हो जाती है ऐसी परिस्थिति में प्रातः काल जब हम योगा करते है तो इससे पूरे दिन भर के लिए हम मानसिक एवं शारीरिक रूप से सशक्त हो जाते है । कहा जाता है योग कर्म कौशलम अर्थात योग से हम कर्म करने की कला सीखते है ।
जीवन में सुख शांति समृद्धि के लिए प्रत्येक मानव को योग अवश्य करना चाहिए । इसके पश्चात योगाचार्य डॉक्टर रामभगत भाई ने उपस्थित सभी भाई बहनों को योगासन एवं प्राणायाम अनुलोम विलोम , कपालभाति , भ्रामरी प्राणायाम एवं त्रिकोणासन , वृक्षासन , ताड़ासन इत्यादि का अभ्यास कराया । साथ ही बताया कि किस व्याधि के लिए कौन सा आसन करे जिससे उसका समाधान हो जाए । इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी प्रभा बहन जी , रंभा बहन जी , माहेश्वरी बहन जी , झिलेश्वरि बहन जी , सुनंदा बहन जी , खेमीन बहन जी , टोमीन बहन जी, ब्रह्माकुमार मुरलीधर सोमानी भाई , चैतराम भाई , दयाराम भाई एवं प्रातः मुरली सुनने आने वाले अनेक भाई बहन उपस्थित थे ।ईश्वरीय विश्व विद्यालय वरदान भवन लालबाग राजनांदगांव द्वारा आज योगा डे का आयोजन किया गया । योगा डे का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया । इस अवसर पर सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी पुष्पा बहन जी ने योगा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान भागमभाग भरी जिंदगी में इंसान मानसिक एवं शारीरिक रूप से थक जाता है जिससे उसकी कार्य क्षमता कम हो जाती है ऐसी परिस्थिति में प्रातः काल जब हम योगा करते है तो इससे पूरे दिन भर के लिए हम मानसिक एवं शारीरिक रूप से सशक्त हो जाते है ।
कहा जाता है योग कर्म कौशलम अर्थात योग से हम कर्म करने की कला सीखते है । जीवन में सुख शांति समृद्धि के लिए प्रत्येक मानव को योग अवश्य करना चाहिए । इसके पश्चात योगाचार्य डॉक्टर रामभगत भाई ने उपस्थित सभी भाई बहनों को योगासन एवं प्राणायाम अनुलोम विलोम , कपालभाति , भ्रामरी प्राणायाम एवं त्रिकोणासन , वृक्षासन , ताड़ासन इत्यादि का अभ्यास कराया । साथ ही बताया कि किस व्याधि के लिए कौन सा आसान करे जिससे उसका समाधान हो जाए । इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी प्रभा बहन जी , रंभा बहन जी , माहेश्वरी बहन जी , झिलेश्वरि बहन जी , सुनंदा बहन जी , खेमीन बहन जी , टोमीन बहन जी, ब्रह्माकुमार मुरलीधर सोमानी भाई , चैतराम भाई , अर्जुन भाई , दयाराम भाई , रामलाल बिसेन जी , जीवन लाल साहू जी एवं प्रातः मुरली सुनने आने वाले अनेक भाई बहन उपस्थित थे ।