लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले बसपा अध्यक्ष मायावती ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कांग्रेस और सपा से गठबंधन को लेकर बड़ी बात कही है. मायावती ने कांग्रेस और सपा पर डॉ. अंबेडकर की उपेक्षा का आरोप लगाया है.
मायातवी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि कल प्रयागराज में संविधान सम्मान समारोह करने वाली कांग्रेस पार्टी को बाबा साहेब डाॅ. भीमराव आंबेडकर के अनुयाई कभी माफ नहीं करेंगे, जिसने संविधान के मुख्य निर्माता बाबा साहेब को उनके जीते-जी व देहांत के बाद भी भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं किया.
बसपा प्रमुख ने लिखा कि साथ ही, बाबा साहेब की मूवमेन्ट को गति देने वाले कांशीराम का देहांत होने पर इसी कांग्रेस ने केंद्र में अपनी सरकार के रहते इनके सम्मान में एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक तथा सपा सरकार ने भी राजकीय शोक घोषित नहीं किया. इनकी ऐसी दोगली सोच, चाल, चरित्र से जरूर सजग रहें.
उन्होंने ने लिखा कि इसके इलावा, केन्द्र में बीजेपी की सत्ता आने से पहले कांग्रेस ने अपनी सरकार में राष्ट्रीय जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई थी जो अब इसकी बात कर रहे हैं, जवाब दें? जबकि बीएसपी इसके हमेशा ही पक्षधर रही है, क्योंकि इसका होना कमजोर वर्गों के हित में बहुत जरूरी है.
मायावती ने कहा कि इतना ही नहीं, संविधान के तहत् एससी/एसटी को मिले आरक्षण में अब वर्गीकरण व क्रीमीलेयर के जरिये, इसे निष्प्रभावी बनाने व खत्म करने की चल रही साजिश के विरोध में कांग्रेस, सपा व बीजेपी आदि का भी चुप्पी साधे रखना क्या यही इनका दलित प्रेम है, सचेत रहें.
उन्होंने लिखा कि सपा व कांग्रेस आदि जैसी इन आरक्षण विरोधी पार्टियों के साथ अब किसी भी चुनाव में इनसे कोई गठबन्धन आदि करना क्या SC, ST व OBC वर्गों के हित में उचित होगा. यह कतई नहीं होगा ऐसे में अब इनको खुद अपने दम पर खड़े होना है, यही सलाह.