दरअसल, सिरगिट्टी पुलिस ने नशीली कफ सिरप बेचने के मामले में नवीन निर्मलकर को तीन दिन पहले जेल भेजा है. दशहरा की शाम जेल में दुर्गा विसर्जन के दौरान वह आशीर्वाद लेने गया था. जहां हत्या के आरोपी लोकेश तिवारी ने अचानक किसी नुकीली वस्तु से उस पर हमला कर दिया. इससे नवीन घायल हो गया. जानकारी मिलते ही जेल प्रहरी पहुंचे और दोनों बंदियों को अलग कराया. घटना जेल के डी खंड में हुई.
बताया जा रहा है कि लोकेश तिवारी और नवीन निर्मलकर की जेल के बाहर से दुश्मनी है. लोकेश ने सिरगिट्टी क्षेत्र में नवीन के माता-पिता पर हमला कराया था. जब वह हत्या के मामले में जेल पहुंचा था, तब नवीन ने लोकेश पर हमला कर दिया था. घायल नवीन निर्मलकर पहले हत्या के मामले में भाइयों के साथ जेल में था. सेंट्रल जेल से उसका तबादला दुर्ग जेल तबादला हुआ था. यहां से कुछ समय पहले ही बाहर आया था और नशीली दवा के कारोबार में उसे फिर से जेल आना पड़ा.