11 नवंबर 2024 को थाना गौरेला क्षेत्र के सरिसताल गांव में अज्ञात युवक का शव मिलने की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के नेतृत्व में डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा और थाना गौरेला और साइबर सेल की टीम डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची थी. प्रारंभिक पंचनामा के दौरान शव लगभग 5-6 दिन पुराना लगने के कारण शव से मिले अन्य पहचान चिन्ह के आधार पर पुलिस ने शिनाख्तगी शुरू की तो देर शाम अज्ञात शव की पहचान थाना गौरेला क्षेत्र के जोगीसार गांव के 30 वर्षीय युवक बेचू सिंह धनवार के रूप में हुई.
प्रारंभिक पंचनामा और पोस्टमार्टम के आधार पर मामला हत्या का प्रतीत होने पर जीपीएम पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देश पर डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा के नेतृत्व में थाना गौरेला और साइबर सेल की टीम द्वारा साक्ष्य संकलन और तफ्तीश की गई जिस पर पूछताछ और टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन पर मामले का खुलासा हुआ.
मृतक बेचू सिंह धनुहार रोजी मजदूरी का काम करने उत्तर प्रदेश में रहता था, लगभग एक माह पहले जब बेचू गांव जोगीसार में था तब मृतक का गांव के रामेश्वर धनवार और उसके पुत्रों से पैसे के लेन देन के मामले में विवाद हुआ था जिसके बाद वह वापस काम करने उत्तर प्रदेश चला गया था. मृतक 5 नवंबर को आजमगढ़ से वापस अपने गांव जोगीसार आया था जो शाम को शराब पीकर घूम रहा था जिसे मौका पाकर रामेश्वर धनवार और उसके बेटे रामभरोश और रामप्रताप ने मिलकर बांस की लाठी और टांगी से ताबड़तोड़ वार करके मार दिया और बाद मे देर रात मोटरसाइकिल पर ले जाकर शव को सरिसताल के निकट पिकनिक स्पॉट के पास खेत से लगे एक गड्ढे में रख दिया. वापस आकर साक्ष्य मिटाने के लिए अपने घर के पास स्वयं के कपड़े और मृतक का मोबाइल भी जला दिया.
जीपीएम पुलिस टीम ने मूल घटना स्थल और जलाए हुए साक्ष्य को फॉरेंसिक टीम के साथ रिकवर किया है और साइंटिफिक एविडेंस कलेक्ट किए हैं, साथ ही बोर गाड़ी में भागने की तैयारी कर चुके आरोपियों रामेश्वर धनवार और उसके बेटों रामप्रताप व रामभरोश को भी घेराबंदी कर जोगीसार के निकट जंगल से गिरफ्तार कर लिया है और अब रिमांड के लिए न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है. 48 घंटे के भीतर ब्लाइंड मर्डर केस को सॉल्व करने और आरोपियों की धर पकड़ में डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा और एसडीओपी श्याम सिदार, उप निरीक्षक सनत म्हात्रे, एएसआई अशोक कश्यप तथा साइबर सेल से एएसआई मनोज हनोतिया, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी चौपाल कश्यप और आरक्षक हर्ष गहरवार इंद्रपाल आर्मो और राजेश शर्मा की मुख्य भूमिका रही.
आरोपियों की पतासाजी और उनकी धरपकड़ में मुख्य भूमिका निभाने वाले साइबर सेल के प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, चौपाल कश्यप और आरक्षक हर्ष गहरवार, इंद्रपाल आर्मो को नगद इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने की है.