दुर्ग। भिलाई में सप्ताह भर पहले हिस्ट्रीशीटर अमित जोश के एनकाउंटर के बाद भी इस मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. इसी कड़ी में भिलाई नगर पुलिस ने अमित जोश के एक खास सहयोगी डी संतोष राव को गिरफ्तार किया है, जो अनैतिक कार्यों और गैरकानूनी कार्यो में जोश का साथ दिया करता था. पुलिस ने संतोष की निशानदेही पर अमित जोश के द्वारा घटना में इस्तमाल की गई एक्टीवा को भी बरामद कर जब्त किया है.
आपको बता दे कि भिलाई नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्लोब चौक के पास 25 और 26 जून की दरमियानी रात 1 से 2 बजे के बीच युवकों के दो गुटों में विवाद हो गया. इस विवाद के बाद एक गुट जिसमें बदमाश अमित जोश शामिल था, उसने विश्रामपुर के रहने वाले आदित्य सिंह एवं सुनील यादव को पर गोली चला दी. इस हमले में दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसके बाद रमनजीत सिंह ने मामले में शिकायत दर्ज कराई थी.
घटना के बाद पुलिस ने जोश के साथी आर.यशवंत नायडू, अंकुर शर्मा, बी लक्की जार्ज, शकर भाट, सागर, मुकुल सोना, रुपेश सिंह व बिज्जी मोरिस को अलग अलग तिथियों में गिरफ्तार किया. हालांकि, तब तक इस मामले का मुख्य आरोपी जोश लगातार फरार चल रहा था. सप्ताह भर पहले 8 नवंबर की शाम करीबन 5 बजे अमित जोश को भिलाई में जयंती स्टेडियम के पीछे झाड़ी के पास देखा गया. इस दौरान उसने पुलिस को देखकर पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया.
गौरतलब है कि जोश के एनकाउंटर के बाद दुर्ग जिले के एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने मीडिया से चर्चा कर एनकाउंटर से जुड़ी खास बातें साझा करते हुए कहा कि केस अभी खत्म नहीं हुआ है. अमित जोश का साथ देने वालों की तलाश की जा रही है. इस मामले में पुलिस को अमित जोश के सहयोगी डी संतोष राव की तलाश थी. अमित जोश के एनकाउंटर के बाद संतोष राव भी पुलिस से बचने छिप रहा था. मुखबिर की सूचना पर उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ में उसने अमित जोश की मदद करना स्वीकार किया. पुलिस ने संतोष राव की निशानदेही पर अमित जोश द्वारा भागने के लिए इस्तेमाल किए गए एक्टिवा को पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन के पार्किंग से बरामद किया है.