भारत और चीन लद्दाख क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने को सहमत

भारत और चीन ने 15वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बैठक के बाद कहा है कि दोनों पक्ष पश्चिमी सेक्टर में जमीनी स्तर पर सुरक्षा और स्थिरता को अंतरिम रूप से बनाए रखने पर सहमत हुए हैं। चुशुल-मोल्दो में घंटो चले इस बैठक के बाद जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के साथ संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए 12 जनवरी 2022 को आयोजित पिछले दौर की चर्चा को आगे बढ़ाया है।

जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया है कि बाकी के मसलों के जल्द से जल्द समाधान को लेकर दोनों देशों के नेताओं द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को ध्यान रखते हुए बातचीत हुई है। इस बात की पुष्टि की गई है कि इस तरह के प्रस्ताव से पश्चिमी क्षेत्र में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के साथ शांति और शांति बहाल करने में मदद मिलेगी और द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की सुविधा होगी।

बयान में कहा गया है कि भारत और चीन जल्द से जल्द शेष मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत बनाए रखने पर सहमत हुए हैं।

एक्सपर्ट इस बातचीत को कैसे देखते हैं?

सुशांत सिंह रक्षा मामलों के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने बातचीत को लेकर कहा है कि बातचीत का पहला सकारात्मक पहलू यह रहा है कि संयुक्त बयान आया है और दूसरी अच्छी बात ये है कि दोनों पक्ष बातचीत जारी रखने को सहमत हुए हैं। हालंकि उन्होंने डिसइंगेजमेंट को लेकर किसी तरह की प्रगति नहीं होने पर सवाल उठाया है।

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