महासमुंद। छत्तीसगढ़ में जाली नोट के कारोबार को चलाने की फिराक में पहुंचे तीन शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ओडिशा से नकली नोट लाकर छत्तीसगढ़ में खपाने की तैयारी थी, लेकिन उससे पहले ही अन्तर्राजीय गिरोह का पर्दाफाश हो गया. नकली नोट के असली खेल के चक्कर में जेल पहुंच गए. मिली जानकारी के मुताबिक महासमुन्द जिले में नकली नोट छापने का अवैध कारोबार किया जा रहा था. कुछ लोग भीड़-भाड़ वाले स्थानो में नकली नोटों को खपाने का प्रयास कर था. सांकरा पुलिस की टीम ने आरोपियों को 500 और 200 रुपये के कुल 2,20,700 रुपयों के साथ गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने परसवानी चौक में वाहन चेकिंग प्वॉइंट पर दो बाइक CG 10 AW 2458 और CG 06 GS 9872 सांकरा की ओर बढ़ रहे थे. संदिग्ध वाहन चालकों को रोककर नाम, पता पूछने पर उन्होंने अपना नाम पुनीराम पटेल, बलौदाबाजार निवासी बताया. दूसरे ने आलेख बरिहा भण्डारपुरी, ओडिसा निवासी बताया. वहीं तीसरे ने प्रफुल्ल बारीक सांकरा के महासमुन्द निवासी होना बताया. पुलिस ने कागजात दिखाने के लिए कहा तो वे लोग गोलमोल जवाब देने लगे. पुलिस की टीम ने जब संदिग्धों को बारीकी से चेक की. उनके पास बड़ी मात्रा में नगदी रकम मिले. पुलिस की टीम ने नगदी रकम के बारे में उनसे पूछताछ की तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए. पुलिस की टीम ने जब नगदी रकम को चेक किया तो वह प्रथमदृष्टिया ही नकली प्रतीत हुआ. टीम ने जब नकली नोटो के बारे में जब उनसे पूछताछ की तो पुलिस की टीम को गोलमोल जवाब देकर घुमाते रहे. पुलिस की टीम ने पुनीराम पटेल से मौके पर साइड पाॅकेट में रखे 500-500 के 199 नग नकली नोट कुल 99,500 रूपये और प्रफुल्ल बारिक के पास से 200-200 के 431 नग नकली नोट कुल 86,200 रूपये बरामद किया.