छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को अचानक प्रदेश के अलग-अलग जिलों से स्कूल सफाईकर्मी पहुंच गए। दो हजार से ज्यादा की तादाद में रायपुर पहुंचे इन सफाई कर्मियों ने नवा रायपुर के राज्य उत्सव मैदान में धरना दे दिया। काफी देर तक यहां नारेबाजी चलती रही। इसके बाद अचानक सभी उठकर रायपुर की तरफ मार्च करने लगे।
आसपास के थानों की पुलिस ने फौरन मौके पर बैरिकेडिंग करते हुए प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। पुलिस की टीम प्रदर्शनकारियों को राज्यों उत्सव मैदान पर घेर नहीं सकी, सभी आगे बढ़ते हुए हाईवे की ओर आ गए। फौरन मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स मंगवाई गई और बेरीकेडिंग की गई। अब रायपुर में घुसने से सफाई कर्मियों को रोका जा रहा है।
नवा रायपुर के राज्य उत्सव स्थल से रायपुर की तरफ आने वाली सड़क पर अब पुलिसकर्मी और सफाई कर्मियों के बीच झुमाझटकी हो रही है। प्रशासनिक अफसर सफाई कर्मियों को यही रोकने के लिए समझा रहे हैं, मगर प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए रायपुर आने की जीत पकड़े हुए हैं।
यह है पूरा मामला
पिछले 135 दिनों से रायपुर राजधानी में भी स्कूल सफाई कर्मचारी धरना दे रहे हैं। इनकी मांग है कि इन्हें नियमित किया जाए वेतनमान भी सुधारने की मांग सफाई कर्मचारी कर रहे हैं। फिलहाल इन्हें 2300 मानदेय के तौर पर दिया जाता है। पिछले लगभग 4 महीनों से कामकाज बंद कर सफाई कर्मी सिर्फ इसी मांग को पूरा करवाने के लिए आंदोलन में डटे हुए हैं। बीते रविवार इन कर्मचारियों की मुलाकात स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय से भी हुई थी। प्रेमसाय ने सफाई कर्मचारियों को आंदोलन बंद कर काम पर लौटने कहा था। मगर शिक्षा मंत्री की बात का असर स्कूल सफाई कर्मचारियों पर नहीं हुआ और अब मंगलवार को आंदोलन में तनाव के हालात बन चुके हैं।
43 हजार सफाई कर्मचारी इस्तीफे दे चके
लंबे वक्त से मांग पूरी ना होता देख कुछ दिन पहले प्रदेश भर के 43000 सफाई कर्मचारियों ने एक साथ अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है। अब इनका कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक ही आंदोलन जारी रखेंगे। दूसरी तरफ प्रदेश के सरकारी स्कूलों में साफ सफाई की व्यवस्था ठप पड़ चुकी है। कई जगहों से बच्चों द्वारा उस स्कूल का टॉयलेट साफ करते हुए तस्वीरें भी सामने आ चुकी है।