मेड़ता में छाती जुड़े अनोखे जुड़वां बच्चों का जन्म, देखने के लिए अस्पताल में उमड़ी भीड़

 

नागौर जिले के मेड़ता शहर स्थित एक निजी चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक मनीष सैनी को उसमें चुनौती का सामना करना पड़ा. जब एक महिला प्रसव पीड़ा के साथ चिकित्सालय पहुंची. प्रसव पीड़ा से बेहाल ललिता की जांच करने पर पाया कि उसके पेट में दो जिंदगियां सांस ले रही हैं. 

Merta: कहते हैं चिकित्सक भगवान होता है, यह बात आज मेड़ता के राम हॉस्पिटल में प्रसव कराने पहुंची महिला ललिता के लिए सटीक साबित हुई. प्रसव पीड़ा के पश्चात दो शरीर से जुड़वा बच्चों को जन्म देने वाली ललिता के लिए चिकित्सक मनीष सैनी भगवान के रूप में सामने आए, जिन्होंने महिला का ऑपरेशन कर महिला सहित दोनों बच्चों को नया जीवनदान दिया.

नागौर जिले के मेड़ता शहर स्थित एक निजी चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक मनीष सैनी को उसमें चुनौती का सामना करना पड़ा. जब एक महिला प्रसव पीड़ा के साथ चिकित्सालय पहुंची. प्रसव पीड़ा से बेहाल ललिता की जांच करने पर पाया कि उसके पेट में दो जिंदगियां सांस ले रही हैं.

पति जितेंद्र की अनुमति पर चिकित्सक ने महिला का सफल ऑपरेशन कर शरीर से जुड़े दो बच्चों सहित तीन जिंदगियों को बचाने में कामयाबी हासिल की. विषम परिस्थितियों में जन्म लेने वाले शरीर से जुड़े दोनों बच्चों को नया जीवन दान देना अब चिकित्सक के लिए और भी बड़ी चुनौती बन गया. जहां एक ओर शरीर से जुड़े बच्चों की खबर ने सभी के लिए चर्चा का विषय बन गई तो वहीं दूसरी ओर परिवार में एक साथ दो पुत्र होने की खुशी भी थी मगर दोनों बच्चों की जान को खतरा होने का अंदेशे से चिंता सताने लगी. चिकित्सक ने बच्चों का परीक्षण कर उन्हें अलग-अलग शरीर का स्वरूप देने के लिए जोधपुर एम्स रेफर कर दिया.

क्या कहना है चिकित्सकों का 
चिकित्सकों का मानना है कि ऐसे मामले बहुत कम पाए जाते हैं. शरीर से जुड़े इन दोनों बच्चों को अलग स्वरूप देने के लिए जोधपुर एम्स में चिकित्सक प्रयासरत हैं. ईश्वर ने चाहा तो शीघ्र ही अच्छी खबर सुनने को मिलेगी.

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