वाशिंगटन। दुनिया की पहले नंबर की अर्थव्यवस्था अमेरिका के दिवालिया होने का खतरा टलता नजर आ रहा है. राष्ट्रपति जो बाइडन और रिपब्लिकन सांसद और अमेरिका कांग्रेस के स्पीकर केविन मैक्कार्थी के बीच ऋण सीमा को लेकर समझौता होने के आसार बने हैं, जिसके साथ ही ऋण सीमा को बढ़ाकर 31.4 ट्रिलियन डॉलर करने की राह खुल जाएगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों शीर्ष नेताओं के बीच समझौते को लेकर सहमति बन गई है. हालांकि, कुछ चीजों पर अभी भी बातचीत जारी है. लेकिन माना जा रहा है कि दोनों नेता जल्द ही समझौते पर अंतिम मुहर लगा देंगे. बताया गया कि शनिवार शाम को राष्ट्रपति बाइडन और केविन मैक्कार्थी के बीच फोन पर लंबी बात हुई.
क्या है ऋण सीमा विवाद
अमेरिका सरकार कानूनी रूप से अपने खर्चों और दायित्वों को पूरा करने के लिए ऋण लेती है. बिना कांग्रेस की मंजूरी के सरकार तय ऋण सीमा से अधिक कर्ज नहीं ले सकती. अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है. रिपब्लिकन पार्टी के सांसद ऋण सीमा को बढ़ाने के पक्ष में नहीं थे, जिसकी वजह से विवाद बना हुआ था.