ओडिशा रेल हादसे में अपनों को खोजना हुआ आसान, रेलवे ने जारी किए ये तीन लिंक…

भुवनेश्वर. ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. 278 लोगों की मौत हो गई. वहीं 1000 लोग घायल हो गए. वहीं कई परिवार अभी भी अपनों के शव की तलाश में जुटे हुए हैं. ऐसे लापता लोगों की लगातार तलाश की जा रही है. परिजन हाथ में पहचान पत्र लिए मुर्दाघरों में भटक रहे हैं. इस बीच अब रेलवे ने भी पीड़ित परिवारों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं. लापता लोगों के परिजनों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. साथ ही ओडिशा सरकार के साथ मिलकर तीन ऑनलाइन लिंक भी तैयार किया है.

इन लिंक में मृतकों की तस्वीरें और तमाम अस्पतालों में भर्ती यात्रियों की लिस्ट दी गई है. इस ऑनलाइन लिंग के जरिये परिजन अपने परिवार के सदस्यों का पता लगा सकते हैं. इनमें उन शवों की जानकारी भी दी गई है, जिनकी पहचान नहीं हो पाई.

मृतक की तस्वीरें का लिंक (https://srcodisha.nic.in/Photos%20Of%20Deceased%20with%20Disclaimer.pdf)

अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे यात्रियों की लिस्ट का लिंक (https://www.bmc.gov.in/train-accident/download/Lists-of-Passengers-Undergoing-Treatment-in-Different-Hospitals_040620230830.pdf)

SCB कटक में उपचाराधीन अज्ञात लोगों का लिंक (https://www.bmc.gov.in/train-accident/download/Un-identified-person-under-treatment-at-SCB-Cuttack.pdf)

रेलवे ने यह भी कहा कि पिछले शुक्रवार को हुई ट्रेन दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों के परिवारों और रिश्तेदारों को जोड़ने के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 चौबीसों घंटे काम कर रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रेन हादसे के घायलों से कटक तथा भुवनेश्वर के अस्पतालों में मंगलवार को मुलाकात कर सकती हैं.

राज्य सचिवालय से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ममता बनर्जी राज्य के मंत्रियों चंद्रिमा भट्टाचार्य तथा शशि पांजा के साथ भुवनेश्वर से लौटते समय पश्चिम मेदिनीपुर जिले में मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में घायलों से मिल सकती हैं. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मरीजों से मिलने के अलावा बनर्जी मरीजों को मिल रही सुविधाओं को भी देखेंगी. वह घायलों के परिजन से भी बातचीत करेंगी. लौटते समय वह मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों से भी मिल सकती हैं, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है.’’

error: Content is protected !!