रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा अरुण साव को सीएम प्रोजेक्ट करती है तो करे तो, कांग्रेस को भी इंतजार है कि भाजपा से कौन चेहरा है. छत्तीसगढ़ में थर्ड फ्रंट का कहीं कोई प्रभाव नहीं है. यहां दो राष्ट्रीय दलों के बीच मुकाबला रहा है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पाटन दौरे से पहले हैलीपेड पर मीडिया से चर्चा में कही.
भाजपा नेता अजय चंद्राकर के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि क्या उन्हें (अजय चंद्राकर) को चुनाव में कोई जिम्मेदारी दी गई है? छत्तीसगढ़ में तो ओम माथुर ही भाजपा के लिए सबकुछ हो गए हैं. माथुर जी हर जगह दिखते हैं. मीडिया, ट्विटर में. भाजपा 2018 में हार गई थी, इस चुनाव में भी हारेगी. भाजपा को सफलता नहीं मिलेगी.
मुख्यमंत्री बघेल ने गृहमंत्री अमित शाह के 22 जून को दुर्ग दौरे को लेकर कहा कि वे मेरे गृह जिले के दौरे पर आ रहे हैं, तो स्वागत है. चुनाव प्रचार अपनी पार्टी के लिए करते हैं तो अच्छी बात करें. कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं है. भाजपा के बड़े नेताओं के दौरे का कोई असर नहीं पड़ेगा.
भाजपा को गांधी-नेहरू परिवार से परेशानी
वीआईपी रोड के नामकरण पर भाजपा के सवाल पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा के नेता गांधी नाम पर एक साथ उठ खड़े होते हैं. छत्तीसगढ़ में तो बस्तर से लेकर सरगुजा तक स्थानीय नेताओं के नाम पर हैं. भाजपा को गांधी-नेहरू परिवार से परेशानी है. राहुल गांधी के खिलाफ लाइन से मोदी मंत्रिमंडल के सदस्य खड़े हो जाते हैं.
धर्मांतरण पर भाजपा केंद्र से बना ले कानून
कर्नाटक में धर्मांतरण कानून में क्या बदलाव हो रहा है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है. छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश का जो कानून है, वो चल रहा है. रमन सरकार में 2006 में धर्मांतरण पर बिल लाया गया, जो राष्ट्रपति के पास लंबित है. भाजपा ऐसे मुद्दों पर सिर्फ गुमराह करती है. भाजपा को अगर कोई कानून बनाना है, तो केंद्र से बना ले और सभी राज्यों में लागू करा लें.
नशामुक्ति अभियान बदलाव की एक कोशिश
मणिपुर के हालात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह कर्नाटक चुनाव में व्यस्त रहे. बाद में गृहमंत्री 4 दिन तक वहां रहे फिर भी हालात सामान्य नहीं हो पाया है. इसके साथ नशा मुक्ति अभियान पर उन्होंने कहा कि एक बदलाव की, सकारात्मक वातावरण बनाने की कोशिश है.