नई दिल्ली: केंद्र सरकार प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी (Private Cryptocurrency) पर जल्द ही रोक की तैयारी में है और 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर बिल (Bill on Cryptocurrency) को पेश करेगी. यह खबर भारत के उन 10 करोड़ लोगों के लिए है, जिन्होंने किसी ना किसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है. इससे वो तमाम लोग परेशान हो जाएंगे, जिन्होंने क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा लगा रखा है, क्योंकि भारत सरकार जल्द ही क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने वाली है.
सिर्फ आरबीआई द्वारा जारी क्रिप्टो करेंसी रहेगी वैध
भारत के 10 करोड़ लोगों के 70 हजार करोड़ रुपये क्रिप्टो करेंसी में दांव पर लगे हैं. ये आकंड़ा आकर्षक तो है, लेकिन साथ ही परेशान करने वाला भी है. क्रिप्टो करेंसी यानी डिजिटल करेंसी और जिनपर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, लेकिन सरकार अब इसपर प्रतिबंध लगाने वाली है. 29 नवंबर से संसद के शीतकालीन सत्र में जो नए बिल पेश किए जाएंगे, उनकी सूची में 10वें नंबर पर Crypto Currencny से जुड़ा बिल है, जिसमें साफ-साफ लिखा है कि भविष्य में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा जारी की जाने वाली क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) को छोड़कर बाकी सभी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.
क्रिप्टो करेंसी बैन की खबर से भारी गिरावट
जैसे ही क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) पर बैन की बात सामने आई उसके बाद सभी क्रिप्टो करेंसी में भारी गिरावट आई है. बिटकॉइन, इथीरियम सहित सभी क्रिप्टो में गिरावट दर्ज की गई है और बैन की खबर के बाद क्रिप्टो करेंसी करीब 30 प्रतिशत तक टूटी है. इस दौरान सबसे ज्यादा बिटकॉइन में गिरावट देखने को मिली है और इसमें 29 प्रतिशत तक गिरावट देखी गई है. वहीं इथीरियम क्रिप्टो करेंसी में भी 27 प्रतिशत की गिरावट आई है.
कौन सी करेंसी कितनी गिरी?
क्रिप्टो करेंसी | गिरावट |
---|---|
बिटकॉइन | 29.15% |
यर्न फाइनेंस | 29.74% |
इथीरियम | 26.95% |
मेकर | 25.85% |
फाइलक्वाइन | 30.05% |
पीएम मोदी ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर कही थी ये बात
पिछले हफ्ते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi on Cryptocurrency) ने कहा था कि पूरी दुनिया के लोकतांत्रिक देशों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि नए जमाने की ये डिजिटल करेंसी (Digital Currency) गलत हाथों में ना पड़ जाए. पीएम मोदी ने कहा था कि क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) हमारे युवाओं को बर्बाद कर सकता है. सरकार की चिंता इस बात को लेकर भी है कि पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं.
8 सालों में 7 हजार गुना फैला कारोबार
इस समय पूरी दुनिया में 7 हजार से ज्यादा अलग-अलग क्रिप्टो कॉइन (Crypto Coins) चलन में है. ये एक प्रकार के डिजिटल सिक्के हैं, जबकि साल 2013 तक दुनिया में सिर्फ एक ही क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) थी, जिसका नाम बिटकॉइन (BitCoin) है. इसे साल 2009 में लॉन्च किया गया था. यानी 2013 से लेकर 2021 के बीच ये कारोबार 7 हजार गुना फैल चुका है, लेकिन भारत में इसका भविष्य अब बिल्कुल बदलने वाला है.