कोलकाता. (श्रेयांशी गांगुली): पश्चिम बंगाल विधान सभा में सत्ताधारी टीएमसी और बीजेपी के विधायक आपस में भिड़ गए. इस दौरान सदन में नेताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई और लात-घूंसे चले. विधायकों में विधान सभा सदन में लाइट तोड़ दी. बता दें विधान सभा में रामपुरहाट हिंसा और पश्चिम बंगाल कानून व्यवस्था मामले को लेके बहस चल रही थी.
बीजेपी विधायक के फाड़ दिए कपड़े
जानकारी के मुताबिक, भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी रामपुरहाट, बीरभूम घटना पर चर्चा की मांग कर रहे थे. इसके बाद भाजपा विधायकों ने सदन के वेल में धरना देना शुरू कर दिया. इस मामले ने विधान सभा में तूल पकड़ ली और देखते ही देखते टीएमसी- बीजेपी के विधायक आपस में भिड़ गए. हाथापाई में भाजपा विधायक मनोज तिग्गा के कपड़े फाड़ दिए गए. वहीं टीएमसी विधायक असित मजूमदार की नाक में चोट लग गई.
विधान सभा स्पीकर ने कई बीजेपी विधायकों को किया सस्पेंड
टीएमसी विधायक असित मजूमदार ने कहा कि उन्हें बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने मारा. जिससे उनकी नाक पर चोट लग गई. इस घटना के बाद विधान सभा अध्यक्ष ने मामले पर कार्यवाही करते हुए कई बीजेपी विधायकों को सस्पेंड कर दिया है. विधान सभा स्पीकर ने बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी, मनोज तिग्गा, शंकर घोष, दीपक वर्मा और ए नरहरि महतो को बजट सत्र तक के लिए निलंबित कर दिया है.
टीएमसी नेता की हत्या 10-12 घरों में लगा दी आग
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में टीएमसी नेता की हत्या के बाद भीड़ ने हमला बोल दिया था और 10-12 घरों में आग लगा दी थी. इस दिल दहलाने वाले घटनाक्रम में 10 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. अन्य 38 लोग घायल बताए जा रहे हैं. वहीं, मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है.
मामले की जांच के लिए का SIT गठन
ये हिंसा रामपुरहाट में उपप्रधान भादू शेख की हत्या के बाद भड़की थी. मृतकों में दो बच्चे व दो महिलाएं भी शामिल हैं. हिंसा को लेकर राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इसी बीच राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर किया है.