भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को भिखारी मुक्त बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए मंगलवार से मैदान पर सर्वे किया गया। इसमें बच्चों से लेकर महिलाओं और पुरुषों तक सभी की एक-एक प्रोफाइल बनाई जा रही है। जिसे उन्हें चिन्हित किया जा सके। खास बात यह है कि सर्वे के दौरान अधिकांश भिखारी गांधी नगर की एक ही बस्ती के मिले।
बता दें कि इसमें एसडीएम, तहसीलदार और सामाजिक न्याय विभाग मिलकर सर्वे कर रहे हैं। सर्वे के बाद इन लोगों के पुनर्वास पर काम किया जाएगा। भीख मांगने वाले व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सर्वेक्षण, पहचान, मोबिलाइजेशन, पुनर्वास और आजीविका के उपाय किए जाएंगे।
सर्वे के दौरान पहले ही दिन चौराहों, तिराहों से लेकर धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन समेत अन्य जगहों पर 200 से ज्यादा लोग भीख मांगते मिले। एमपीनगर, गोविंदपुरा, कोलार, सिटी, बैरागढ़ तहसील के तहसीलदार को सर्वे की जिम्मेदारी दी गई है।