मोहला। कलेक्टर एस जयवर्धन के द्वारा खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी की आवश्यक व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। इस दौरान धान खरीदी केन्द्र ढाढूटोला, अं.चौकी, छछानपाहरी, कौडीकसा का निरीक्षण कर धान की गुणवत्ता, बारदानों की आवश्यकता के संबंध में जानकारी ली गई। खरीदी केन्द्रों में उपस्थित कृषकों को धान खरीदी में किसी किस्म की परेशानी तो नहीं आ रही है इस संबंध में कृषकों से चर्चा की गई तथा उन्हें साफ एवं अच्छे किस्म के धान लाने की सलाह दी गई। इस दौरान खरीदी केन्द्र ढाढूटोला में किसान द्वारा विक्रय हेतु लाये गये धान में शासन द्वारा निर्धारित नमी से अधिक नमी होने पर उसे धान सुखाकर लाने के लिये कहा गया। निरीक्षण के समय डॉ. हेमेन्द्र भुआर्य अनुविभागीय अधिकारी, आशीष रामटेके खाद्य अधिकारी, दिनेश साहू नायब तहसीलदार, प्रमोद सोम जिला विपणन अधिकारी, एस. एल. ठाकुर नोडल अधिकारी जिला सहकारी बैंक एवं खाद्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में जिला-मोहला-मानपुर-अं.चौकी के उपार्जन केन्द्रों में कृषकों से 165856 क्विंटल धान की खरीदी की गई। शासन द्वारा समितियों के माध्यम से टोकन जारी करने के साथ-साथ कृषकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ”टोकन तुंहर हाथ” मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से भी टोकन जारी करने का प्रावधान दिया गया है।
जिले में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 02 नये धान खरीदी केन्द्र खुलने से किसानों को धान बेचने सुविधा हो रही है। इस वर्ष 27 खरीदी केन्द्रों में नए तथा पुराने बारदानों के 50:50 अनुपात में धान खरीदी करने हेतु 1476401 बारदाने उपार्जन केन्द्रों में पहुंचा दिए गए हैं। जिले के राईस मिलरों के द्वारा कस्टम मिलिंग कार्य करने हेतु आवेदन किया गया है जिनका पंजीयन कर अनुमति जारी कर दी गई है। शासन द्वारा जिले के उपार्जन केन्द्रों से 2204800 क्विंटल धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य दिया गया है। खरीदे गए धान के निराकरण के लिए जिले के राईस मिलरों के साथ-साथ धमतरी, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, रायपुर जिले के राईस मिलरों के द्वारा भी कस्टम मिलिंग का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही संग्रहण केन्द्रों में भी धान का उठाव कर रखा जाएगा। शासन द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों के अनुरूप सभी खरीदी केन्द्रों में आवश्यक तैयारियां, साफ-सफाई, कांटा-बांट का सत्यापन, नमी मापक यंत्र का कैलिब्रेशन, हमालों की व्यवस्था, कम्प्यूटर, प्रिंटर, धान के रखाव हेतु डनेज की व्यवस्था कर खरीदी प्रारंभ हो गई है।