5 महीनों में निफ्टी 4,000 अंक टूटा
सितंबर 2024 के आखिरी सप्ताह में निफ्टी और सेंसेक्स ने अपना ऑल-टाइम हाई स्तर छुआ. तब निफ्टी 26,277 के स्तर तक पहुंचा था, लेकिन उसके बाद सिर्फ पांच महीनों में 4,000 अंकों की गिरावट दर्ज की गई.
महज 106 कारोबारी सत्रों में निफ्टी 4,000 अंकों से अधिक लुढ़क गया. यह गिरावट ऑल-टाइम हाई स्तर से शुरू हुई और बेहद तेज रही, जिससे कई निवेशकों को भारी नुकसान हुआ.
लगातार पांच महीनों से गिरावट में निफ्टी
अक्टूबर 2024 से फरवरी 2025 तक निफ्टी ने लगातार पांच महीने निगेटिव रिटर्न दिया. इस दौरान 4,000 अंकों से अधिक की गिरावट कोई साधारण गिरावट नहीं थी. फरवरी में ही निफ्टी ने 4% का निगेटिव रिटर्न दिया.
निफ्टी 8 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है. 1996 के बाद यह पहली बार है जब निफ्टी लगातार 5 महीनों तक गिरावट के साथ बंद हुआ. इस भारी गिरावट के पीछे एफआईआई (FII) की भारी बिकवाली को मुख्य कारण माना जा रहा है.
FII ने 3 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेचे (Record of decline in Nifty)
अक्टूबर से फरवरी तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयरों की बिकवाली की. अकेले फरवरी में ही FII ने 24,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. इस बिकवाली के दबाव को DII (Domestic Institutional Investors) और रिटेल निवेशक संभाल नहीं पा रहे हैं.
इन 6 शेयरों में 30% से ज्यादा की गिरावट (Record of decline in Nifty)
पिछले पांच महीनों में निफ्टी 4000 अंक टूट चुका है. पिछले छह महीनों में निफ्टी 50 इंडेक्स के 6 शेयर ऐसे रहे हैं जिनमें 30% या उससे ज़्यादा का नुकसान हुआ है. इन छह शेयरों में से दो शेयर ऑटो सेक्टर के हैं.
इस दौरान टाटा मोटर्स और हीरो मोटो कॉर्प में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. पिछले छह महीनों में टाटा मोटर्स 41.40% नीचे कारोबार कर रहा है. इसके बाद अडानी एंटरप्राइजेज छह महीनों में 32.20% नीचे कारोबार कर रहा है.
इसी अवधि में हीरो मोटोकॉर्प में भी 31.10% की गिरावट देखने को मिली. ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी ONGC के शेयर में भी पिछले 6 महीनों में 31% की गिरावट देखने को मिली.
इसी अवधि में ट्रेंट के शेयर में भी 31% की गिरावट देखने को मिली. एशियन पेंट्स में भी पिछले छह महीनों में 31% की गिरावट देखने को मिली.
इंडेक्स के दिग्गजों का हाल (Record of decline in Nifty)
निफ्टी 50 में इंडेक्स के दिग्गजों की बात करें तो वे HDFC बैंक, ICICI बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस और भारती एयरटेल हैं. ये हैं निफ्टी इंडेक्स के शीर्ष 5 दिग्गज शेयर, जो निफ्टी की चाल के लिए अधिक जिम्मेदार हैं.
एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने पिछले छह महीनों में सकारात्मक रिटर्न दिखाया है और यह 5% के अच्छे रिटर्न पर है. आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के शेयरों में पिछले छह महीनों में केवल 1% की गिरावट आई है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों की कीमतों में पिछले छह महीनों में 20% की गिरावट आई है. भारती एयरटेल लिमिटेड के शेयरों ने पिछले छह महीनों में 2.75% का सकारात्मक रिटर्न दर्ज किया है. इंफोसिस लिमिटेड के शेयरों की कीमतों में पिछले 6 महीनों में 13% की गिरावट आई है.