नई दिल्ली. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज की ओर से भौतिकी के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize in Physics) का ऐलान हो गया है. भौतिकी का नोबेल पुरस्कार इस बार पियरे अगस्टीनी, फेरेंस क्रौस और एने लुइलिये को सेकेंड के बहुत छोटे हिस्से के दौरान परमाणुओं में इलेक्ट्रॉन4 का अध्ययन करने के लिए प्रदान किया जाएगा. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने मंगलवार को स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा की.
भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा के बाद अब रसायनविज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार की घोषणा का इंतजार है. इसके बाद बृहस्पतिवार को साहित्य के क्षेत्र के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता के नाम की घोषणा की जाएगी. नोबेल शांति पुरस्कार शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा नौ अक्टूबर को की जाएगी.
The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2023 Nobel Prize in Physics to Pierre Agostini, Ferenc Krausz and Anne L’Huillier “for experimental methods that generate attosecond pulses of light for the study of electron dynamics in matter.”
(Pic: Nobel Prize) pic.twitter.com/k9c9x1MEjp
— ANI (@ANI) October 3, 2023
नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख अमेरिकी डॉलर) का नकद इनाम दिया जाता है. यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था.
बता दें कि इस बार चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार काटालिन कारिको और ड्रयू वीसमैन को कोविड-19 से लड़ने के लिए एमआरएनए टीकों के विकास से संबंधित उनकी खोजों के लिए प्रदान किया जाएगा. नोबेल असेंबली के सचिव थॉमस पर्लमैन ने सोमवार को स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा की.
हंगरी में जन्मी कारिको वहां की सेज्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, वहीं पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाती हैं. अमेरिकी नागरिक वीसमैन ने पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में कारिको के साथ यह अनुसंधान किया. कारिको (68) चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली 13वीं महिला हैं. वह बायोएनटेक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष थीं. इसी कंपनी ने कोविड-19 के एक टीके के उत्पादन के लिए फाइजर कंपनी के साथ साझेदारी की थी.