‘अति आत्मविश्वास ठीक नहीं…’, हरियाणा में कांग्रेस की हार पर बोले अरविंद केजरीवाल

Arvind Kejriwal On Haryana Assembly Election Results: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) ने परचम लहराया है। भाजपा रिकॉर्ड तिसरी बार सत्ता बनाने में कामयाब हो गई है। दोपहर तीन बजे तक 90 विधानसभा सीटों वाले राज्य में बीजेपी 50 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं कांग्रेस 34 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। हरियाणा में कांग्रेस को मिली शिकस्त पर दिल्ली के पूर्व सीएम और आप (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कटाक्ष किया है। केजरीवाल ने कहा कि ‘चुनाव परिणामों का सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। वहीं शिवसेना उद्धव गुट ने भी कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाए है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘चुनाव परिणामों का सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। केजरीवाल का ये बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाती दिख रही है।

केजरीवाल ने आप के नगर निगम सदस्यों के एक समूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘देखते हैं हरियाणा में परिणाम क्या आते हैं। इसका सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए. हर चुनाव और हर सीट कठिन होती है।

बीजेपी के खिलाफ सीधी लड़ाई में कांग्रेस की हार पर सहयोगी पार्टियों ने भी निशाना साधा है। शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जब भी कांग्रेस की बीजेपी से सीधी टक्कर होती है, तो कांग्रेस कमजोर पड़ जाती है। साथ ही उन्होंने बीजेपी को बधाई दी और कांग्रेस को नसीहत दे डाली है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अभी चुनावी नतीजे पूरे नहीं आए हैं लेकिन जिस तरह से जा रहा है उससे स्पष्ट हो रहा है कि इतनी विरोधी लहर के बावजूद भी अगर भारतीय जनता पार्टी सरकार बना रही है, तो मैं सबसे पहले उन्हें बधाई देना चाहूंगी. वह बधाई के पात्र है कि उन्होंने अच्छे से चुनाव लड़ा और जनता का विश्वास जीता। यहां कांग्रेस को भी अपनी रणनीति देखने पड़ेगी कि जब भी डायरेक्ट बीजेपी से फाइट होती है, तो कांग्रेस कमजोर पड़ जाती है, तो उन्हें इस बार फिर से काम करना चाहिए कि ऐसा क्यों है?

महाराष्ट्र चुनाव को लेकर ये कहा

इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर कहा कि महाराष्ट्र चुनाव उन मुद्दों पर हो रहे हैं, जो हरियाणा से बहुत अलग हैं. आपने दो राज्य स्तर की पार्टियों को तोड़ने का काम किया, परिवार को तोड़ने का काम किया. आपने सत्ता पाने के लिए परिवारों में दरार की। आपने इलेक्शन कमिशन को मिसयूज किया. आपने कानून को मिसयूज किया। आपने लोकतंत्र के मूलभूत आधार को खत्म किया, तो एक बहुत भारी मुद्दा है. केंद्र से जो समर्थन मिलना चाहिए। वह नहीं मिल रहा है. पीएम उन प्रोजेक्ट का बार-बार उद्घाटन कर रहे हैं, जिसको 6 महीने पहले किया था।

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