राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने तुर्कमेनिस्तान (Turkmenistan) के राष्ट्रपति बर्दीमुहामेदोव (Serdar Berdimuhamedov) से मुलाकात की. इस मुलाकात में द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई. दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई बैठक को लेकर विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने कहा कि दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 100 मिलियन डॉलर से कम है. इसमें प्रगति को लेकर बातचीत हुई.
संजय वर्मा ने कहा कि भारत और तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपतियों ने द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत की. उन्होंने नए स्थापित भारत-सेंट्रल एशिया फ्रेमवर्क के तहत आने वाले मुद्दों पर गौर किया. इस बैठक में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कनेक्टिविटी पर भी चर्चा हुई. विदेश मंत्रालय ने आगे बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर, अश्गाबात समझौते और ईरान में चाबहार बंदरगाह के महत्व पर भी चर्चा हुई. राष्ट्रपति ने प्रस्ताव रखा कि दोनों देश कोविड वैक्सीन प्रमाण पत्रों को मान्यता दें जिससे दोनों देशों के बीच यात्रा आसान हो सके.
संजय वर्मा ने कहा कि भारत और तुर्कमेनिस्तान ने आपदा प्रबंधन और वित्तीय आसूचना सहित सहयोग के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति को भी भारत आने का न्योता दिया गया है. वहीं, इस बैठक को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इंडो-पैसिफिक के साथ भारत का जुड़ाव कई शताब्दियों पुराना है. हम इंडो-पैसिफिक में एक खुली, संतुलन, नियम आधारित और स्थिर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था के लिए खड़े हैं.’