तेल अवीव. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) के रॉकेट और घुसपैठ हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया है. इजरायली प्रधानमंत्री ने शनिवार शाम को एक टेलीविजन संबोधन में, उस दिन को इजरायल के इतिहास में एक गंभीर क्षण बताया और कहा कि उनका देश ‘बदला लेगा’ और ‘हमास के आतंकवादियों’ को हराएगा.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे दिन नेतन्याहू व्यापक विचार-विमर्श में लगे रहे. इस बैठक के बाद अपने टीवी संबोधन में उन्होंने कहा, ‘इज़राइल रक्षा बल हमास की क्षमताओं को नष्ट करने के लिए तुरंत अपनी सारी शक्ति का उपयोग करेंगे.’ नेतन्याहू ने इज़रायली नागरिकों को आगाह किया कि, “इस युद्ध में समय लगेगा, यह कठिन होगा और हमारे सामने अभी भी चुनौतीपूर्ण दिन हैं.’
नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘उन सभी जगहों पर जहां हमास के लोग तैनात हैं, छिपे हुए हैं और जिन शहरों में काम कर रहे हैं… उन सभी ठिकानों को हम मलबे में तब्दील कर देंगे.’ उन्होंने गाजा के लोगों से तुरंत शहर खाली करने का आह्वान करते हुए कहा, ‘मैं फिर से कह रहा हूं कि यहां से तुरंत चले जाओ क्योंकि हम अब हर जगह जबरदस्ती कार्रवाई करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘इस समय हमारी सेना आतंकवादियों को ढूंढ-ढूंढकर बाहर निकाल रही है.’
एक आश्चर्यजनक हमले में, शनिवार तड़के से हमास द्वारा इज़राइल पर लगभग 3,000 रॉकेट दागे गए. जैसा कि इज़रायली अधिकारियों ने पुष्टि की है, हमास ने कुछ इज़रायली नागरिकों और सैनिकों को भी बंधक बना लिया है. इसके जवाब में, इजरायली सेना ने दिन भर में गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर दर्जनों हवाई हमले किए. इस संघर्ष के कारण दोनों पक्षों को काफी नुकसान हुआ है.
गाजा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजरायली हवाई हमलों के कारण इलाके में कम से कम 232 फिलिस्तीनी मारे गए और 1,697 घायल हो गए. इस बीच, इसराइलियों की मौत का आंकड़ा 200 से अधिक हो गया है.