कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस विपक्षी गठबंधन इंडिया के सदस्यों के साथ सीट-बंटवारे की व्यवस्था की कमी के कारण तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव हार गई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह ‘कांग्रेस की हार है, लोगों की नहीं. कांग्रेस ने तेलंगाना जीत लिया है. वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जीत सकते थे. कुछ वोट विपक्षी गठबंधन इंडिया की पार्टियों ने काटे. यह सच है. हमने सीट-बंटवारे की व्यवस्था का सुझाव दिया था. वोटों के बंटवारे के कारण कांग्रेस हार गई.’
ममता बनर्जी ने कहा कि विचारधारा के साथ-साथ आपको एक रणनीति की भी जरूरत है. अगर सीट-बंटवारे की व्यवस्था बनेगी, तो बीजेपी 2024 में सत्ता में नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन अगले साल आम चुनाव से पहले मिलकर काम करेगा और गलतियों को सुधारेगा. उन्होंने कहा, ‘हम गलतियों से सीखेंगे.’ ममता बनर्जी की यह टिप्पणी कांग्रेस को तीन प्रमुख राज्यों – मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हार का सामना करने के बाद आई है.
मिजोरम में 40 सीटों पर लड़े लेकिन 1 सीट पर मिली जीत
ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी मिजोरम में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद सिर्फ एक सीट जीतने में सफल रही. उसकी एकमात्र जीत तेलंगाना में है, बाकी सभी जगहों पर कांग्रेस की हार हुई है. विधानसभा चुनाव के इस दौर में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने कई सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ा था. कई लोगों ने बताया है कि इससे वोटों में विभाजन हुआ और भाजपा को फायदा हुआ. जैसे ही रुझानों में कल भाजपा की जीत के संकेत मिलने शुरू हुए तो इंडिया गुट के भीतर हंगामा शुरू हो गया.
इंडिया गुट की पार्टियों ने कांग्रेस की आलोचना की
विपक्षी गठबंधन इंडिया गुट के कई सहयोगियों ने चुनावों से पहले खुद को दूर करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की. जनता दल-यूनाइटेड के केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन की अन्य पार्टियों को नजरअंदाज किया, लेकिन वह अपने दम पर जीतने में असमर्थ रही. केरल के मुख्यमंत्री और सीपीएम नेता पिनाराई विजयन ने कहा कि हिंदी पट्टी में बीजेपी से मुकाबला करते समय साथ मिलकर लड़ना जरूरी है.